#SarkarOnIBC24 : खतरे में 2897 शिक्षकों की नौकरी, नौकरी की गुहार.. ‘मुंडन’ पर तकरार
रायपुर : CG Teachers Protest: छत्तीसगढ़ ढाई हजार से ज्यादा बीएड शिक्षकों की नौकरी खतरे में पड़ गई है। कोर्ट के आदेश के बाद सभी शिक्षक अपात्र हो गए हैं और उनकी नौकरी कभी भी जा सकती है। शिक्षक नौकरी बचाने के लिए एडी चोटी का जोर लगा रहे हैं। इसके लिए साम दाम दंड भेद हर कदम उठा चुके हैं। शिक्षको की मांग ने सियासी तूल भी पकड़ लिया है।
CG Teachers Protest: ये किसी पर मौत पर हो रहा मुंडन नहीं है, बल्कि ये लोग बस्तर और सरगुजा के शिक्षक हैं। जिन पर नक्सल जैसे संवेदनशील और दूरस्थ क्षेत्रो में बच्चों का भविष्य संवारने की जिम्मेदारी है। हाईकोर्ट के ऑर्डर और सरकार की बेरुखी से इतने हताश हुए की सामूहिक रूप से मुडन कराने का फैसला कर लिया।इससे पहले ये शिक्षक रायपुर की सड़कों पर भीख भी मांग चुके हैं। दरअसल हाईकोर्ट के आदेश से इन ढाई हजार से ज्यादा बीएड सहायक शिक्षकों की नौकरी खतरे में है। कोर्ट ने इन शिक्षकों की योग्यता को अमान्य करार दिया है। हाईकोर्ट से निराश शिक्षक सरकार से गुहार लगा चुके, लेकिन जब कोई पक्का आश्वासन नहीं मिला तो सामूहिक मुंडन करा लिया। वहीं इस पर सियायी बयानबाजी भी खूब हुई कांग्रेस और बीजेपी ने एक दूसरे पर निशाना साधा।
B.Ed सहायक शिक्षकों पर सियासत गरम है, लेकिन एक सवाल शिक्षा की गुणवत्ता का भी है जिसकी अनदेखी नहीं की जा सकती। अब देखना ये है कि सरकार B.Ed शिक्षकों के आंदोलन को कैसे डील करती है। B.Ed शिक्षकों की नौकरी अगर जाती है तो क्या सरकार उन्हें कोई राहत देती है या किनारा कर लेती है।