छत्तीसगढ़

नगर व्यापारी संघ ने आज न्यायालय शिफ्टिंग मामले में नगर बंद रख धरना प्रदर्शन किया, बंद पूर्ण सफल कहा जा रहा

साजा। नगर व्यापारी संघ ने आज न्यायालय शिफ्टिंग मामले में नगर बंद रख धरना प्रदर्शन किया, बंद पूर्ण सफल कहा जा रहा है, पूरी तरह नगर व्यापार बंद कर सभी व्यापारियों ने समर्थन दिया, इसके अलावा नगर के वर्तमान और पूर्व जनप्रतिनिधियों ने भी मंच में आकर समर्थन देते हुए न्यायालय को यथावत जगह पर रखे जाने की मांग की, आज सुबह से व्यापारियों ने टेंट लगाकर मुख्य चौक में धरना प्रदर्शन शुरू किया को धीरे धीरे व्यापक जनसमर्थन के रूप में गतिमान हुआ। व्यापारियों के नगर बंद समर्थन में पहले साजा तहसील के अधिवक्ता संघ फिर जनप्रतिनिधिगण नगरवासी और अब डोंगीतराई के किसान और ग्रामवासी भी खड़े हो गए है। जनप्रतिनिधियों ने ग्राम डोंगीतराई के किसानो ने कहा है कि चरागन भूमि पर न्यायालय भवन बनाने का निर्णय अनुचित है, शासन हमारे साथ

अन्याय करने पर उतारू ना होवे अन्यथा उग्र आंदोलन का सहारा लेना पड़ेगा।

जनप्रतिनिधियों ने कहा व्यापारियों की मांग जायज नगर के वर्तमान जनप्रतिनिधियों के अलावा पूर्व नेताओं ने भी संगठन की मांग को जायज ठहराते हुए समर्थन दिया है, इन्होंने न्यायालय को बाहर ले जाने पर उग्र आंदोलन करने की बात कहते हुए आरपार की लड़ाई लड़ने की बात कही है, इसी कड़ी में वर्तमान नगर अध्यक्ष प्रतिनिधि मनोज जायसवाल ने कहा कि पूर्व में ही नगर पंचायत के सदस्यों ने निर्णय लेकर इस विषय में विरोध

मा माहामाया फैन स्वरूप ज्ञापन सौंप चुके है। इसी कड़ी में व्यापारी अध्यक्ष निकेश जैन ने सड़क की प्रशासन और माननीय उच्च न्यायालय से मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया, संघ के प्रवक्ता कृष्णा राठी ने फुटकर व्यापारी के पेट में लात मारने का आरोप प्रशासन पर लगाया जबकि डेनिस यादव ने न्यायालय के शिफ्टिंग मामले में व्यापारियों के विरोध के समर्थन में बात कही।

मंच पर रहा व्यापक भीड़ः न्यायालय को अन्य ग्राम में ले जाने मामले में अब नया मोड़ ले लिया है लगातार विरोध प्रदर्शन होने के कारण प्रशासन अब निर्णय पर पुनर्विचार करने का मन बना रहा है, सूत्रों के अनुसार व्यापारियों के धरना कार्यक्रम में शामिल होने डोंगीतराई के ग्रामीणों ने मंच साझा किया, मामले में डोंगीतराई के 150 से अधिक ग्रामीणों ने हस्ताक्षर अभियान चलाकर गांव की चरागन

जमीन पर न्यायालय भवन बनने का विरोध किया है, इसके अलावा नगर के अधिवक्ता संघ ने भी व्यवहार न्यायालय को शिफ्ट करने का विरोध किया है। जबकि व्यापारीगणों ने भी अपने व्यापार को प्रभावित होने का हवाला देकर न्यायालय को यथावत रखें जाने की मांग की है।

इनकी उपस्थिति मुख्य रूप से रही है

निकेश जैन, नंदकुमार ताम्रकार, कृष्णा राठी, राकेश गुप्ता, टुमेश जायसवाल, कुलेश साहू, भूनु टंडन, आयुष जैन, सोहन साहू, बॉबी पाटकर, सतीश सोनी, जितेंद्र कोठारी, छवि साहू, ओमप्रकाश साहू, वीरेंद्र साहू, मुकेश शर्मा, पप्पू चांडक, कमल किशोर जैन, दीपक राठी, जित्तू राठी, शंकर चांडक, अशोक राठी, सुरेश सिन्हा, पूनम जैन, अस्शु राठी, आशीष सेन, राजू सेन, गोलू गोलछा, नारायण सोनी, धरमचंद जैन, तुषार ताम्रकार, प्रेम गोगढ़, संदीप साहू मनोज राजपूत, दुर्गा निषाद अधिवक्ता संघ से मूलचंद शर्मा, विनोद शर्मा, मनोज कुमार वर्मा, चंद्रशेखर कन्नौजे, जनप्रतिनिधियो में मनोज जायसवाल, डेनिश जाए, यादव, अवधेश गोयल, योगेश बागरेचा, जनार्दन सिंह ठाकुर, हरिशंकर टावरी, प्रकाश सिन्हा, राजू चौहान मौजूद रहे।

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