मटर, टमाटर, आलू, मिर्च, बैंगन..किसी फसल को नहीं छोड़ता ये रोग, लक्षण पता चलने तक तो सब बर्बाद, जानें उपाय

हजारीबाग: खेती-बाड़ी में तमाम तरह की चुनौतियां हैं. लेकिन, जब कड़ी मेहनत के बाद फसल में रोग लग जाए तो किसान का दिल टूट जाता है. हालांकि, फसलों में कीट लगना कोई नई बात नहीं, पर इस सीजन में कई किसानों के साथ बड़ी गड़बड़ हो रही है. खेतों में नए प्रकार का रोग देखने को मिल रहा है, जिससे मटर, टमाटर, आलू, मिर्च, बैंगन जैसी कई फसल को सबसे अधिक नुकसान पहुंच रहा है.इस रोग में पौधा बेहद तेजी से मुरझाने लगता है. पौधा मर जाता है. इस कारण किसानों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. जब इस संबंध में लोकल 18 ने कृषि वैज्ञानिक से चर्चा की तो बड़ी बात पता चली. आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिक डॉ. सत्य प्रकाश विश्वकर्मा ने बताया कि फसलों को तेजी से बर्बाद करने वाला यह फ्यूजेरियम विल्ट रोग है. यह एक प्रकार का पैथोजन है, जो कई फसलों के लिए काल हैबहुत खतरनाक रोग
वैज्ञानिक ने आगे बताया, फसलों में ये बीमारी मृदा से फैलती है. साथ ही संक्रमित बीजों के माध्यम से भी एक खेत से दूसरे खेत में फैलती है. इसमें तेजी से पौधे की जड़ को नुकसान पहुंचता है. सबसे पहले जड़ सूखती है. फिर पूरा पौधा सूख जाता है. जब तक इसके लक्षण किसानों को दिखते हैं, तब तक फसल बर्बाद हो चुकी होती है. इस रोग के कीटाणु सालों तक खेत से नहीं जाते हैं.ऐसे कर सकते हैं बचाव
कृषि वैज्ञानिक ने बताया, इसके उपचार के लिए किसान फसल लगते समय बीज का उपचार करें. साथ ही फसल लगाने से पहले कार्बन डीसीएम और मेनकोजेम की डस्टिंग कर बीज बोएं. अगर किसानों के खेतों में फसल लगी है तो नाटियों फोरिया का छिड़काव कर इस रोग को रोका जा सकता है. साथ ही अगली फसल क्रॉप रोटेशन के साथ लगाएं.