कबीरधाम स्वास्थ्य विभाग लिपिक अजय देवांगन और दीपक ठाकुर के कारनामों से हो रहा बदनाम। सीएमएचओ चिरनिद्रा में। जिला प्रशासन के संज्ञान की दरकार।
![](https://sabkasandesh.com/wp-content/uploads/2024/11/IMG-20241125-WA0011-780x470.jpg)
कबीरधाम स्वास्थ्य विभाग लिपिक अजय देवांगन और दीपक ठाकुर के कारनामों से हो रहा बदनाम। सीएमएचओ चिरनिद्रा में। जिला प्रशासन के संज्ञान की दरकार।
कवर्धा :- स्थानीय विधायक और प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा की गृह जिला के स्वास्थ्य विभाग की छवि को लिपिक अजय देवांगन और दीपक ठाकुर अपने कारगुजारियों से खराब कर रहे है। दोनों लिपिक अपने कारनामो से नित नए नए बखेड़ा खड़ा कर सुर्खियों में छाए रहते है। हालिया मामला अजय देवांगन ने अपने प्रभार शाखा से दीपक ठाकुर के खिलाफ विभागीय जांच के दस्तावेजों को गायब करने को लेकर हुई शिकायत है।
बता दें कि अजय कुमार देवांगन अपने संदिग्ध श्रवण बाधित दिव्यांग सर्टिफिकेट से दिव्यांग जनों के लिए आरक्षित श्रेणी में नौकरी को लेकर विवादों में है। छ ग दिव्यांग सेवा संघ ने ज्ञापन देकर कार्यवाही की मांग किया था। वही दीपक सिंह ठाकुर कलर ब्लाइंड से अनफिट बर्खास्त नव आरक्षको को झुठी रिपोर्ट और फर्जी हस्ताक्षर से फिट मेडिकल देने के मामले में प्राथमिक जांच में दोषी ठहराए जाने को लेकर विवादों में है। संचालक स्वास्थ्य ने दीपक ठाकुर को निलंबित कर विभागीय जांच करने सीएमएचओ को निर्देशित किया है।
सीएमएचओ चिरनिद्रा में है। दोनोँ लिपिकों के खिलाफ अब तक कोई कार्यवाही नही हो सका है। बल्कि वरिष्ठ और उच्च वर्ग के लिपिकों के रहते दीपक ठाकुर को लेखपाल का जिम्मा दिये हैं।
पूरे मामले में दोनों विवादित लिपिकों के खिलाफ कार्यवाही में, सीएमएचओ की भूमिका को देखते हुए जिला प्रशासन से तत्काल संज्ञान लेकर ठोस कार्यवाही की दरकार है।
बहरहाल सीएमएचओ अपने ही कार्यालय से दस्तावेज गायब होने जैसी अति गंभीर हालिया शिकायत पर कितनी तत्परता से कार्यवाही करते है इसका इंतजार रहेगा।