छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

तफरी कार्यक्रम जिला व पुलिस प्रशासन विधायक देवेद्र की छबि को कर रहा है धूमिल

भिलाई – हेल्थ कार्निवाल तफरी का आयोजन जो की एक एन.जी.ओ. के द्वारा टैलेंट आई.एम.ओ.आर.जी. इन असोसिएशन विथ तफरी कमेटी के इस आयोजन में निश्चित रूप से जहा एक ओर भिलाई नगर विधायक व महापौर देवेन्द्र यादव भिलाई वासियों की हेल्थ व मनोरंजन को लेकर 1 दिसंबर से प्रत्येक रविवार को आयोजित होने वाले इस तफरी कार्यक्रम में कांग्रेस पार्टी के मंत्रियों सहित आम जनमानस की वाहवाही लूटकर जनता के बीच अपनी और बढ़ती लोकप्रियता के इस बढ़ते क्रम में आगे बढ़ते जा रहे है, लेकिन जिला, पुलिस और निगम प्रशासन की मौजूदगी में इस भीड़-भाड़ वाले तफरी कार्यक्रम में प्रत्येक रविवार को कार्यक्रम स्थल पर कुछ ना कुछ घटना घटित हो रही है, जिसे रोक पाने में प्रशासन पूरी तरह नाकाम नजर आ रहा है, इससे कही न कही इस आयोजन के सुपरमैन देवेन्द्र यादव व उनकी टीम के जांबाज़ युवा साथी जिसमे पार्षद लक्ष्मीपति राजू, नीरज पाल, आशीष यादव, सुमित पवार, आदित्य सिंह, अभिषेक मिश्रा, शरद मिश्रा सहित तमाम कार्यकर्तायों की छबि धूमिल नजर होती दिखी दे रही है, इस कार्यक्रम में दुर्ग भिलाई के साथ साथ अन्य जिलों के नागरिक व खेल प्रेमी बड़ी संख्या में यहाँ पहुच रहे है लेकिन इस कार्यक्रम के दौरान मामूली सी बात पर तमंचा चाकू कटर सहित धारदार हथियार निकलना आम बात हो गई है, पिछले बार भी खुर्सीपार के कुछ युवकों के द्वारा लड़ाई झगडा हुआ और आज सुबह भी एक निजी स्कूल के 11वी के छात्र के ट्रैकशूट व शरीर पर विकास सोनी एवं उनके अन्य साथियों ने इनके साथ मारपीट गाली गलौज कर कटर से हमला कर दिया, जिससे इस स्कूली छात्र हरीश यादव प्रगति नगर रिसाली निवासी को चोटें आई साथ ही उसका ट्रैकशूट चोरो तरफ से कट फट गया, इस झगडे के दौरान इस छात्र की चांदी की चैन भी कही गिर गई, इस झगडे के दौरान कोतवाली पुलिस घायल छात्र को लेकर थाने पहुची और उसका मुलाहिजा कराया ! कोतवाली पुलिस ने प्रार्थी की रिपोर्ट पर धारा 294, 506, 323 और 34 के तहत अपराध दर्ज कर इस मामले को विवेचना में लिया है बैरहाल इस घटना में पुलिस किसी की भी गिरफ्तारी के सम्बन्ध में कुछ भी नहीं बता पा रही है सूत्रों की माने तो इस मामले में पुलिस ने एक युवक को हिरासत में लिया है, लेकिन इसका खुलासा कोई भी पुलिस वाला नहीं कर पा रहा है !

जिला और पुलिस प्रशासन की टीम को तफरी की टीम से बनाना होगा समन्वय

तफरी के इस कार्यक्रम में पुलिस विभाग के सिविल व पुलिस ड्रेस में टीम राजपत्रित अधिकारी के साथ साथ आधा दर्जन थानों के थानेदार व उनके स्टाफ के अलावा सिविल टीम जिसे पहले कभी क्राइम ब्रांच के नाम से जाना एवं पहचाना जाता था, ऐसे जांबाज़ पुलिस वालों के होने के बावजूद भी लोगो के साथ मारपीट होना चोरी हो जाना इस कार्यक्रम में अब आम बात सी हो गई है, आने वाले समय में यही हाल रहा तो किसी ना किसी को अपनी जान तक ना गवानी पड़ जाए, पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारीयों को चाहिए कि अपने मातहत अफसरों व कर्मियों पर नकेल कसते हुए वीआईपी सुरक्षा के साथ साथ आम जनता की सुरक्षा का भी विशेष ख्याल रकना जिला व पुलिस प्रशासन का नैतिक फ़र्ज़ है, यहाँ यह बताना भी लाज़मी होगा की इस भीड़-भाड़ वाले कार्यक्रम में रंगदारी कोई गुण्डा निगरानी बदमाश या बड़ा गुण्डा इस घटना को अंजाम नहीं दे रहा है बल्कि स्कूल व कालेज में पढने वाले युवा जोश के युवा साथी मामूली विवाद पर भी इस तफरी कार्यक्रम में आपस में भिड़ते हुए नजर आ रहे है, जिन्हें पुलिस के वरिष्ठ और कनिष्ठ अफसर भी ना जानते है ना पहचानते है, लेकिन सिविल टीम में तैनात जांबाज़ पुलिस कर्मी इन सभी नौजवान पढने लिखने वाले व इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगो को बखूबी जानते एवं पहचानते है ! पुलिस और जिला प्रशासन को चाहिए की वह आयोजन समिति के इन लोगो के साथ आपसी समन्वय बनाकर माहौल बिगड़ने वाले ऐसे तत्वों की निगरानी कर सीधे उन्हें हवालात की हवा खिलाने का रास्ता दिखाएँ ! दुर्ग सीएसपी विवेक शुक्ला नशे के विरुद्ध जिओ खुलकर अभियान चला रहे है , उनके इस अभियान की जहा एक ओर भारी प्रसंशा हो रही है,  और इसका अपराधियों में खौफ नजर आ रहा है, लेकिन ये खौफ सिर्फ दुर्ग तक सिमित होकर रह गया है, जबकि भिलाई में नशे का व्यापार अपनी चरम पर है, भिलाई में रात दिन सुबह शाम जब चाहे नशे के सामान आसानी से उपलब्ध है, तफरी में होने वाली घटनाओं का यह भी एक बड़ा कारण हो सकता है !

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