गर्भ में थी, तब नक्सली हमले में शहीद हो गए थे पिता, प्रतिमा से लिपटकर एक साल की बेटी बोली- पापा

कोरबा सबका संदेश न्यूज छत्तीसगढ़- छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले से शहीद की सवा साल की बेटी कावीडियो वायरल हुआ है। नन्हीं बेटी पिता की प्रतिमा से लिपट गई, जिसने कभी अपने पिता को नहीं देखा, वह तुतलाते हुए कह रही है पापा जै-जै (जय-जय)। यह वीडियो नक्सलियों से मुकाबला करते हुए करीब 2 साल पहले शहीद हुए एसआईमूलचंद कंवर की बेटी का है। 13 दिसंबर को मूलचंद का जन्मदिन था। परिवार जन्मदिन मनाने उनके स्मारक पर पहुंचा था। पिता की प्रतिमा से बात करती हुई बेटी को देखकर वहां मौजूद सभी की आंखें नम हो गई।
पिता की प्रतिमा के पास काफी देर तक खेलती रही बिटिया
शहीद की बेटीवनिया पिता की प्रतिमा देखते ही पास पहुंच गई। उसने प्रतिमा को गले लगाया और तुतलाते हुए बातें करने लगीं। परिवार के लोगों ने बताया कि बच्ची ने पिता का चेहरा नहीं देखा। क्योंकि जब वह गर्भ में पल रही थी तब उसके पिता मूलचंद शहीद हो गए थे। बच्ची ने जब रिश्तेदारों को पहचानना शुरू किया तो अक्सर घर वाले उसे मूलचंद की तस्वीर दिखाया करते थे। इसलिए जब वह जन्मदिन के मौके पर पिता की प्रतिमा के पास पहुंची तो वह प्रतिमा को दुलारने लगी।
जनवरी 2018 में शहीद हुए थे मूलचंद
उरगा के घनाडबरी गांव में रहने वालेमूलचंद कंवर 12 अगस्त 2013 को पुलिस विभाग में सब इंस्पेक्टर (एसआई) बने। ट्रेनिंग के बाद उनकी पोस्टिंग नारायणपुर जिले में हुई थी। जहां वो पूरी बहादुरी के साथ नक्सली हमलों का जवाब दिया करते थे। इसी वजह से उनका नाम आउट ऑफ टर्न प्रमोशन के लिए भेजा गया था। लेकिन इससे पहले 24 जनवरी 2018 को अबूझमाड़ इलाके में नक्सलियों से मुकाबला करते हुए गोली लगने से वे शहीद हो गए थे। एसआई मूलचंद कंवर की शादी अप्रैल 2017 में इंद्रप्रभा कंवर से हुई थी। मूलचंद की शहादत के 8 माह बाद 3 सितंबर 2018 को बच्ची वनिया का जन्म हुआ था।
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