DGP Rashmi Shukla Transfer: चुनाव से पहले पुलिस महकमे में बड़ा फेरबदल.. कांग्रेस की शिकायत पर इलेक्शन कमिशन ने डीजीपी को हटाया
![](https://sabkasandesh.com/wp-content/uploads/2024/11/breaking-news-10-1-12-1-1-2-6-25-XCDzuE-780x470.jpeg)
DGP Rashmi Shukla Transfer: महाराष्ट्र। महाराष्ट्र में 288 सीटों पर 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं, जबकि मतगणना 23 नवंबर को होगी। इसी बीच महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले पुलिस महकमे में बड़ा फेरबदल देखने को मिला है। चुनाव आयोग ने विपक्ष की शिकायत पर राज्य की शीर्ष पुलिस अधिकारी रश्मि शुक्ला का ट्रांसफर कर दिया है। वहीं, इलेक्शन कमिशन ने चीफ सेक्रेटरी सुजाता सौनिक से डीजीपी के पद पर नियुक्ति के लिए तीन वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों के नाम मांगे हैं।
Read More: CM Dr. Mohan Yadav Latest Statement : सीएम डॉ. मोहन यादव ने दी छत्तीसगढ़ राज्योत्सव की बधाई, कहा- ‘हमारे संबंध सदैव अटूट रहेंगे’
बता दें कि, विपक्ष की ओर से लगातार IPS रश्मि शुक्ला को हटाने की मांग की जा रही थी। हाल ही में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने आरोप लगाया था कि, रश्मि शुक्ला ने फिर विपक्षी नेताओं के फोन टैप कराने का आदेश दिया है। इसलिए उन्हें पद से हटाया जाए। पटोले ने निर्वाचन आयोग को लिखे अपने पत्र में आरोप लगाया कि, शुक्ला एक विवादास्पद अधिकारी हैं, जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का पक्ष लिया है और उनके पद पर बने रहने से निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से चुनाव कराने पर संदेह पैदा होगा। पटोले ने कहा कि निर्वाचन आयोग ने शुक्ला को हटाने के कांग्रेस के अनुरोध को नजरअंदाज कर दिया है, लेकिन विपक्ष शासित पश्चिम बंगाल और चुनावी राज्य झारखंड के शीर्ष पुलिस अधिकारियों को हटाने के भाजपा के इसी तरह के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है।
Read More: Gorakhpur News: ‘अब तो मेरी बदनामी हो गई, हमारी शादी करवा दीजिए…’ थाने में जिद पर अड़ी महिला टीचर ने पुलिस से लगाई गुहार
केंद्रीय चुनाव आयोग ने रश्मि शुक्ला को राज्य पुलिस विभाग के शीर्ष पद से हटा दिया है। अब चुनाव आयोग ने रश्मि शुक्ला को डेप्युटेशन पर सशस्त्र सीमा बल में भेजा है। बता दें कि, रश्मि शुक्ला को भाजपा और शिवसेना की सरकार ने दो साल का सेवा विस्तार दिया है। बीते सप्ताह ही चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र में राजनीति से प्रेरित अपराधों को लेकर चिंता जताई थी और डीजीपी रश्मि शुक्ला से कहा था कि वे इन पर रोक लगाएं। इसके बाद भी जब विपक्ष ने रश्मि शुक्ला की शिकायतें कीं तो चुनाव आयोग ने यह फैसला लिया है।