#SarkarOnIBC24 : Maharashtra Election में छाए CM Yogi, योगी फॉर्मूले से जीतेंगे महाराष्ट्र?
मुंबई : Maharashtra Assembly Election 2024 : महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी अपने 99 प्रत्याशी मैदान में उतार चुकी है। बीजेपी ने जीत की रणनीति पर भी काम करना शुरू कर दिया है। पार्टी का मानना है कि अगर जीत सुनिश्चित करनी है तो हरियाणा की तर्ज पर ही काम करना होगा। यानी हिंदू वोट बैंक को बंटने से रोकना होगा। बीजेपी ने इसका अनोखा तरीका निकाला है। पार्टी इसके लिए योगी आदित्यनाथ की एक नसीहत का जमकर इस्तेमाल कर रही है। आखिर क्या है ये नसीहत?
Maharashtra Assembly Election 2024 : महाराष्ट्र में चुनाव है लेकिन चर्चा में कोई मराठा नेता नहीं बल्कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ हैं। मुंबई ईस्टर्न हाइवे और ठाणे के इलाके सीएम योगी आदित्यनाथ के इस पोस्टर से भरे पड़े हैं। पोस्टर की टैग लाइन है…’बटेंगे तो काटेंगे’। एक रहेंगे तो नेक रहेंगे, सुरक्षित रहेंगे’ योगी आदित्यनाथ के आगरा में 26 अगस्त 2024 दिए बयान की ये पंच लाइन है। जिसका महाराष्ट्र चुनाव में जमकर इस्तेमाल हो रहा है।
CM योगी के बाद पीएम मोदी ने भी मुंबई के ठाणे में 12 अक्टूबर को ऐसा ही बयान दिया था। खैर मुंबई में लगी पोस्टर किसी बीजेपी कार्यकर्ता विश्ववंधु राय की ओर से लगाए जाने की बात कही जा रही है। महाराष्ट्र चुनाव के सदर्भ में इसके कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। जानकारों के मुताबिक मुंबई में उत्तर भारत के लोग काफी संख्या में हैं जो योगी के फैन हैं। योगी के संदेश को उन तक पहुंचाने के लिए बैनर्स लगाए गए हैं। हरियाणा चुनाव में इस नारे से बीजेपी को प्रचंड जीत मिली थी। बीजेपी महाराष्ट्र चुनाव में इस नारे को भुनाना चाहती है। योगी के इस मंत्र को बीजेपी हिंदू वोट बैंक को बंटने से रोकने और महाविकास आघाड़ी के जाति कार्ड की काट मान रही है। हरियाणा चुनाव में ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ के नारे से बीजेपी ने जाट के अलावा दूसरे तमाम वोट बैंक को साध लिया था।
Maharashtra Assembly Election 2024 : बीजेपी महाराष्ट्र चुनाव में 99 प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। जिसके बाद से महायुति में अनबन की खबरे सामने आ रही है और बगावत की आशंका से इंकार नहीं किया जा रहा। बीजेपी इस पोस्टर के जरिए पार्टी के अंदर ही नहीं बल्कि महायुति को भी एकजुटता का संदेश देना चाहते हैं। महाराष्ट्र में महायुति की सरकार है और लोकसभा चुनाव में उसका प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा था। हिंदू वोटों को बंटने से रोकने के लिए बीजेपी ये कार्ड चल रही है। हालांकि इसका कितना असर होता है ये देखना दिलचस्प होगा।