Petrol Pump Closed Latest News: बंद रहेंगे सभी पेट्रोल पंप, नहीं मिलेगा एक बूंद भी ईंधन, खुद मालिकों ने इस वजह से लगाया ताला
पुणेः Petrol Pump Closed Latest News पूरे भारत में धूमधाम से मनाए जाने वाले त्योहार दीपावली को लेकर काउंटडाउन शुरू हो गया है। इसी महीने के अंतिम सप्ताह में पांच दिनों तक चलने वाले इस त्योहार की शुरुआत हो जाएगी। इस त्योहार के दौरान लोगों की व्यस्तता भी अधिक रहती है। वाहनों का अधिक उपयोग होता है। आम आदमी बाजार जाने के लिए बाइक सहित अन्य वाहनों का ही सहारा लेता है। यदि आपके पास भी बाइक है तो यह खबर आपके लिए ही है। इस त्योहारी सीजन मे आपको पेट्रोल-डीजल की किल्लत का सामना करना पड़ सकता है। पेट्रोल पंप मालिक अपने-अपने पंपों को बंद कर हड़ताल पर चले गए हैं।
Petrol Pump Closed Latest News दरअसल, महाराष्ट्र के पुणे शहर के पेट्रोल पंप संचालकों ने दोषपूर्ण टेंडर प्रथाओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मंगलवार से सभी संचालक हड़ताल पर चले गए हैं। पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन ने दावा किया ईंधन परिवहन में दोषपूर्ण टेंडर प्रथाओं के कारण ईंधन की चोरी बढ़ रही है। कई बार-बार शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। यही वजह है कि संचालकों ने पेट्रोल पंपों को बंद रखने का फैसला किया है।मीडिया रिपोर्ट्स में पुणे पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ध्रुव रूपारेल ने कहा है कि पेट्रोलियम कंपनियां ईंधन परिवहन के लिए टेंडर प्रक्रिया को अनुचित तरीके से संचालित करती हैं। अव्यवहारिक दरों पर टेंडर जारी करती हैं और वितरकों को खाली या अधूरे समझौतों पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर करती हैं। उन्होंने कहा कि इन टेंडरों में शामिल कई कम लागत वाले ट्रांसपोर्टर ईंधन चोरी में लिप्त हैं। वास्तव में, उनमें से 65 प्रतिशत को पहले ही पुलिस ने पकड़ लिया है।” रूपारेल ने कहा कि कंपनियां प्रमुख हितधारकों से परामर्श किए बिना निर्णय ले रही हैं, जिससे ईंधन परिवहन की सुरक्षा से समझौता हो रहा है और सार्वजनिक सुरक्षा को खतरा हो रहा है।
परिवहन निविदाओं को तत्काल रद्द करने की मांग
डीलरों का संगठन सभी मौजूदा परिवहन निविदाओं को तत्काल रद्द करने की मांग कर रहा है, इसके बाद सुरक्षित ईंधन वितरण सुनिश्चित करने के लिए व्यवहार्य दरों के साथ नए टेंडर जारी किए जाएं। इसके अतिरिक्त, डीलरों ने उन अधिकारियों को तत्काल निलंबित करने की मांग की है जिन्होंने सुरक्षा प्रोटोकॉल की अनदेखी की, जिससे परिचालन अक्षमताएं बढ़ीं। एसोसिएशन ईंधन चोरी में अधिकारियों की संभावित संलिप्तता की गहन पुलिस जांच की भी मांग करता है।