निगम के नेवई ट्रेचिंग में लगा फिर भीषण आग
लगातार लग रहे आग को रोक पाने में निगम विफल
भिलाई। भिलाई नगर निगम के नेवई टे्रेचिंग ग्राउण्ड में गुरूवार को भी जर्बदस्त आग लग गई। ये कोई पहली बार नही है। ये नजारा प्रतिदिन देखा जा सकता है। निगम प्रतिदिन लगने वाली इस आग को रोक पाने मेें विफल है। यहां कचरों में प्रतिदिन आग लगने से ऊंचे ऊंचे धुआं का गुबार उठता है और जहरीला गैस उड़ता है, इसके कारण यहां और यहां के आस पास काफी प्रदूषण फैल रहा है। यहां 32 बंगला में पर्यावरण विभाग का कार्यालय बनाया गया है। लेकिन पर्यावरण विभाग भी इस मामले में अपनी आंख मूंदे हुए है। आये दिन यहां आग लगने व भारी पर्यावरण प्रदूषण का समाचार प्रकाशित होने व शिकायत के बाद भी इस मामले को संज्ञान में नही ले रहा है। इसका खामियाजा यहां के आसपास के लोगों व सीएययूवहीटी यूनिवर्सिटी के छात्रों व स्टाफ को भी भुगतना पड़ रहा है।
सुप्र्रीम कोर्ट के आदेशानुसार कचरा जलाने पर प्रतिबंध लगा हुआ है, लेकिन यहां रोज सुप्र्रीम कोर्ट के आदेशों की धज्जियां उड़ रही है। नगर निगम द्वारा प्रतिदिन सौ ट्रक कचरा यहां लाकर फेंका जाता है। और प्रतिदिन इस कचरे में आग लगा दी जाती है। इसकी कई बार शिकायत होने के बाद भी निगम प्रशासन इसे रोकने कोई कारगर कदम नही उठा रही है। सवाल तो तब उठता है कि जब यहां कचरे जलाने के समाचार अखबारों में प्रकाशित होता है तो कुछ दिनों तक आग नही लगाई जाती है, फिर कुछ दिनों के बाद वही पुराना ढर्रा शुरू हो जाता है। कुछ दिनों पूर्व यहां रोज रोज आग लगने के कारण यहां के लोगों का रहना दुभर हो जाने व बेहद बदबू से परेशान होने के बाद यहां कचरा डालने से स्थानीय लोगों द्वारा रोक दिया गया था जिसको लेकर खूब हो हल्ला हुआ था और यहां निगम प्रशासन, बीएसपी का स्वास्थ्य विभाग एवं वहां के ग्रामीण आमने सामने हो गये थे। उसके बाद बीएसपी के जनस्वास्थ्य विभाग,निगम प्रशासन और स्थानीय नागरिकों के बीच बैठक हुई थी। इस दौरान निगम प्रशासन व बीएसपी प्रबंधन द्वारा लोगों को यह आश्वस्त किया गया था कि यहां दुबारा कचरा नही जलाया जायेगा। लेकिन उसके कुछ दिन बाद फिर वहीं पुराने हालात हो गये है।
उसके बाद निगम प्रशासन ने यहां बाउण्ड्रीवाल बनाकर इसपर रोक लगाने की बात कही गई थी लेकिन ऐसा कुछ भी नही हुआ।
सबसे बड़ा प्रश्र तो यह उठता है कि यहां स्वामी विवेकानंद यूनिवर्सिटी है जहां छात्र अध्ययन करते है, शैक्षणिक संस्था शुरू करने के लिए सबसे पहले शुद्ध पर्यावरण व शांत स्थान का चयन का मापदंड है, इसी आधार नगर के सेक्टर 8 से हटाकर इस यूनिवर्सिटी को करोडो रूपये खर्च कर नेवई में बनाया गया, लेकिन निगम द्वारा यहां ट्रेचिंग ग्राउण्ड बनाकर यहां के छात्रों व यूनिवर्सिटी को भी यहां के गंदगी व बदबू से और रोज लग रही आग के कारण प्रदूषण से बेहद ही परेशान है।
कचरा जलाना ही है तो करोड़ो रूपये खर्च क्यों?
कुछ लोगों ने यहां भीषण आग लगने के बाद चर्चा में बताया कि निगम व बीएसपी प्रबंधन द्वारा हर माह करोडो रूपये परिवहन पर खर्च कर यहां कचरा लाकर डम्प कर जला दिया जाता है,जब कचरा को जलाना ही है तो जहां कचरा एकत्रित होता है वहीं इसे जला दें तो कम से कम शासन का करोडो रूपये तो बच जायेगा और एक साथ इतना बड़ा प्रदूषण नही फैलेगा।
जिले में टीवी व दमा का सबसे अधिक मरीज बनाने में इसका भी है हाथ
दुर्ग जिला का टीवी, व दमा रोग में अव्वल स्थान आ गया है, यह कोई खुशी की नही बल्कि बडे ही चिंता का विषय है, भिलाई दुर्ग के लोगों को टीबी एवं दमा तथा श्वांस रोग सहित अन्य बिमारियों से ग्रसित होने में निगम के ट्रेचिंग ग्राउण्ड में लगातार लग रहे आग भी एक प्रमुख कारण है। इसके कारण प्लास्टिक व अन्य कई खतरनाक वस्तुओं के जलने से जहरीला धुंआं चारो दिशाओं में फैलता है और लोगों को अन्य कई गंभीर बिमारियां पैदा करता है।