धान विक्रय का बहिष्कार, सभा में किसानों ने लिया फैसला
कोंडागाँव । छत्तीसगढ़ सरकार के नीति नियमो के कारण क्षेत्र के पूरे किसान आक्रोशित हैं। आज बोरगांव सहित फरसगांव लैंप्स के अंतर्गत सभी धान खरीदी केन्द्रों में धान की ख़रीदी होने की संभावना कम नजर आ रहे हैं। किसानों ने धान बेचने का बहिष्कार कर दिया।किसानों के लिए सरकार ने धान खरीदी को लेकर पहले जो नियम बनाया था अब अचानक नियम बदल देने से किसानों में हताशा निराश और आक्रोश की स्थिति निर्मित हो गई।
बता दें कि इस वर्ष धान की खरीदी देरी से शुरू हुआ एवं बेचने के लिए समय भी कम दिया गया है ऊपर से 15 क्विंटल प्रति एकड़ के स्थान जगह पर मात्र 08 क्विंटल धान ही खरीदा जाना तय किया गया है और वह भी 4-4 क्विंटल अलग-अलग किस्तों में। जिसके लिए नया सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है। यदि समिति के द्वारा 7 क्विंटल से अधिक धान खरीदी किया भी जाता है तो वह कंप्यूटर में दर्ज नहीं हो पाएगा और उसका भुगतान भी किसानों को नहीं मिलेगा। इसी के चलते किसानों में आक्रोश है।
इस परेशानी को लेकर आसपास क्षेत्र के सभी किसान एकजुट होकर बोरगांव दुर्गा मंदिर प्रांगण में बैठक किए। बैठक में किसानों द्वारा सरकार के विरोध में नारे लगाए गए और सरकार की इस नए नियम के प्रति आक्रोश व्यक्त किया।
किसानों ने सरकार के प्रति अपनी भड़ास निकालते हुए कहा कि चुनावी वादे के अनुरूप सरकार धान की खरीदी करे वरना सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन के साथ साथ चक्का जाम जैसी स्थिति भी निर्मित हो सकती है। साथ ही सरकार ने धान खरीदी को लेकर पहले जो नियम बनाया था, उसी के अनुरूप खरीदी की मांग की।
किसानों के इस परेशानी को पार्टी से ऊपर उठकर सभी नेताओं द्वारा समर्थन करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार किसानों को परेशान कर रही है। टोकन कटने के बाद भी किसानों से पूरा धान लेने से मना किया जा रहा है किसानों के प्रति यह सरासर अन्याय है।
संयम बरतें फैसला किसानों के हक में होगा – संत नेताम
इस अवसर पर किसान संघ के उपाध्यक्ष लतेल नाईक ने कहा कि इस संबंध में हमारे क्षेत्रीय विधायक संत नेताम से बात हुई है उन्होंने कहा है कि इस संबंध में एक-दो दिन में किसानों के हित में फैसला आ जाएगा किसान संयम बरतें। अगर फैसला किसानों के हित में नहीं हुआ तो इस लड़ाई में मैं स्वयं अपने सरकार के खिलाफ किसानों के साथ खड़ा रहूंगा।
इस विषय पर सभी किसानों ने बैठकर निर्णय लिया कि जब तक सरकार अपना फैसला नहीं बदलती कोई भी किसान लैंप्स और मंडी में धान नहीं बेचेगा, और अगर आवश्यकता पड़ी तो जन आंदोलन करने में पीछे नहीं रहेंगे।
मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार हार्दिक श्रीवास्तव फरसगांव थाना प्रभारी विनोद कुमार साहू एवं पुलिस स्टाफ के द्वारा लगातार किसानों को समझाइश देते हुए नजर आए।
इस दौरान किसान संघ के संरक्षक प्रवीर सिंह बदेशा, अध्यक्ष तरुण साना, उपाध्यक्ष लतेल नाईक, बालनाथ यादव, सचिव रमेश पांडे, फूलचंद दीवान, संतोष साहू, विद्यासागर नायक, बृजलाल नाग, रायसिंह, सुकलाल, झाड़ीराम सलाम, सुखचंद नेताम, कलाबाई वैद्य, कामिनी मंडावी, सुफल पुजारी, यदु दास मानिकपुरी, नोकुल जैन, देवलाल सोनवंशी, रमेश दीवान, प्रवीण पांडे, सहित आसपास क्षेत्र के भारी संख्या में किसान मौजूद रहे।