मॉं चंद्रघंटा की पूजा करने से सुख, समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है – पंड़ित मनीष भारद्वाज
मॉं चंद्रघंटा की पूजा करने से सुख, समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है – पंड़ित मनीष भारद्वाज
बागपत, उत्तर प्रदेश।
बागपत नगर के शिव भूमिया मंदिर पर लगी माता की चौकी में तीसरे दिन मॉं चंद्रघंटा की पूजा-अर्चना की गयी। पंड़ित मनीष भारद्वाज और पंड़ित शोभित भारद्वाज ने पूजा को सम्पन्न कराया। पंड़ित मनीष भारद्वाज ने बताया कि नवरात्र के तीसरे दिन मॉं चंद्रघंटा की पूजा की जाती है। मॉं दुर्गा की तीसरी शक्ति का नाम चंद्रघंटा है। मॉं चन्द्रघंटा शेर की सवारी करती है और वे अपने हाथों में कमल, धनुष, बाण, तलवार, कमंडल, त्रिशूल, गदा को धारण करती है। बताया कि मां हमेशा ही युद्ध की मुद्रा में होती है और तंत्र साधना में लीन रहती है। मॉं की सच्चे मन से पूजा करने पर अलौकिक और दिव्य वस्तुओं के दर्शन होते है। सुख, समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है। मॉं की पूजा में लाल रंग का विशेष महत्व होता है। लाल रंग ताकत और तरक्की का प्रतीक माना जाता है। कहा कि मॉं चंद्रघंटा की पूजा में लाल कपड़े पहनना अच्छा माना जाता है। कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट नगेश कुमार व राजू चौहान ने बताया कि मॉं चंद्रघंटा की कृपा से साधक के समस्त पाप और बाधाएॅं समाप्त हो जाती है। कहा कि साधक को मां चंद्रघंटा के मंत्र- या देवी सर्वभूतेषु मॉं चंद्रघंटा रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम का नियमित जाप करना चाहिए। इस अवसर पर महामंत्री बिटटू हलवाई, कोषाध्यक्ष बोबी, राजू चौहान, वेदप्रकाश, शौराज मणि, बबली, सरिता देवी, देवेश, अमित, सुमित, सुन्दरी, राकेश, कुलदीप चौहान, ललित चौहान, उज्जवल चौहान, गोलू चौहान, जोजो चौहान, किटटू, मिटठू, शौर्य, उत्सव, सहित सैंकड़ों लोग उपस्थित थे।