गरीबी मुक्त गांव’ थीम पर अंत्योदय दिवस पर हुए विविध जागरूकता कार्यक्रम*
*गरीबी मुक्त गांव’ थीम पर अंत्योदय दिवस पर हुए विविध जागरूकता कार्यक्रम*
*महिला स्व सहायता समूहों द्वारा ग्रामीणों को किया गया जागरूक*
छत्तीसगढ़ बिलासपुर भूपेंद्र सहय ब्यूरो रिपोर्ट 26 सितंबर,2024/ राष्ट्रीय अंत्योदय दिवस 25 सितंबर को मनाया गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की कोटा ब्लॉक की स्व सहायता समूहों द्वारा गांवों में ‘ गरीबी मुक्त गांव’ की थीम पर आधारित विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
महिला समूहों द्वारा इस अवसर नवागांव सल्का गांव में आजीविका के विभिन्न स्रोतों के माध्यम से आय बढ़ाने, गरीबी के कुचक्र से निकलने के उपायों पर चर्चा और विमर्श किया गया व ग्रामीणों को इस विषय पर जागरूक किया गया। स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत इस कार्यक्रम में स्वच्छता शपथ, स्वच्छता रैली का आयोजन किया गया व दीदियों ने अपनी सफलता की कहानियां साझा की व वृक्षारोपण किया गया।
उल्लेखनीय है कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती 25 सितंबर को राष्ट्रीय अंत्योदय दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन भारतीय समाज में गरीबों और वंचितों के उत्थान के प्रति समर्पण को दर्शाता है। अंत्योदय का अर्थ है “अंतिम व्यक्ति का उदय”, अर्थात समाज के सबसे गरीब और पिछड़े व्यक्ति को समाज की मुख्यधारा में लाना है। यह दिवस महान समाज सुधारक और भारतीय जनसंघ के सह-संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय से जुड़ा हुआ है, जिन्होंने अंत्योदय के विचार को अपने जीवन का प्रमुख लक्ष्य बनाया था।