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श्रीराम जी को मनुष्य मानना रामजी का अपमान-शङ्कराचार्य स्वरूपानन्द

श्रीराम जी को मनुष्य मानना रामजी का अपमान-शङ्कराचार्य स्वरूपानन्द

पण्डित देव दत्त दुबे
शङ्कराचार्य जी के परम् कृपापात्र
सहसपुर लोहारा-कवर्धा सबका संदेश न्यूज छत्तीसगढ़-

 

ग्राम बगासपुर-मध्यप्रदेश में आयोजित – माता गिरिजा महामहोत्सव कार्यक्रम के आयोजक शङ्कराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानन्द सरस्वती जी महाराज श्री के शिष्य प्रतिनिधि दण्डी स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती जी महाराज* ने बताया कि आज 06 दिसंबर को माता गिरिजा देवी महोत्सव कार्यक्रम के पाँचवे दिन ज्योतिष एवं द्वारका शारदा पीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानन्द सरस्वती जी महाराज श्री ने श्रीमद् भागवत कथा के आगे क्रम में कहा कि श्रीराम परब्रह्म

 

 

परमात्मा थें उन्हें मनुष्य मानना श्रीराम का अपमान है। जो लोग भगवान् श्रीराम को डॉ. भीमराव अम्बेडकर और स्वामी विवेकानन्द के साथ उन्हें खड़ा कर रहे हैं वे श्रीराम के अपमान के दोषी हैं। हम इस श्रीराम सभा में उपस्थित धर्माचार्यों के साथ उन लोगों की कड़ी निन्दा करते हैं, जिन्होंने प्रयाग के परेड मैदान में डॉ. अम्बेडकर और विवेकानन्द जी के साथ भगवान श्री रामचन्द्र को खड़ा करके, उनको मनुष्य और महापुरुष सिद्ध करने की कुचेष्टा की है।
*धूमधाम से मनाया गया श्रीकृष्ण जन्मोत्सव।*
नरसिंहपुर जिले के बगासपुर गाँव में विगत पाँच दिनों से चल रहे माता गिरिजा महामहोत्सव के अन्तर्गत , आज भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव धूम धाम से मनाया गया। वसुदेव के रूप में गाँव के ही एक व्यक्ति और बालकृष्ण के रुप में गाँव के सरपंच का चार मास का बेटा, टोकरी में रखकर सड़क के इस पार नन्द जी के यहाँ मंच पर लाया गया, फिर तो नंदोत्सव की धूम रही। गाजे-बाजे के साथ पुष्प , गुलाल और मेवा, मिष्ठान बरसाये गए ।

*उड़ीसा से आए कलाकारों के दल ने इस अवसर पर ओडिसी नृत्य के माध्यम से नंदोत्सव की प्रस्तुति दी।*

शङ्कराचार्य स्वरूपानन्द जी ने राम जन्मभूमि को लेकर कहा कि उच्चतम न्यायालय के निर्णय में कई खामियाँ, स्वस्थ समीक्षा की आवश्यकता। पूज्य शङ्कराचार्य जी ने कहा कि, श्रीराम जन्मभूमि के मामले में उच्चतम न्यायालय ने जो निर्णय दिया है ,उसमें कई ऐसी खामियाँ हैं, जिनपर स्वस्थ समीक्षा की आवश्यकता है। उन्होंने कहा है कि कोर्ट का मानना है कि हिन्दूओं ने मुस्लिमों की मस्जिद में मूर्तियाँ रख दी पर ऐसा नही है। हमने श्रीराम की जन्मभूमि में ही मूर्तियाँ रखी हैं। जन्मभूमि स्वयं में देवता है और उसे किसी निर्माण के करने और गिराने से अन्तर नही आता।इसी तरह के अनेक बिन्दु हैं जिन पर समीक्षा होनी चाहिए।
*माता गिरिजा देवी महामहोत्सव कार्यक्रम का सफल सञ्चालन शङ्कराचार्य जी के शिष्य प्रतिनिधि दण्डी स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती जी ने किया । कार्यक्रम में विशेष उद्बोधन ब्रम्हचारी सुबुद्धानन्द जी के किया ।* शङ्कराचार्य जी का पादुका पूजन नगर मा. महंत परिवार , महंतन बाई रंजना गोस्वामी ,पूर्व विधायक शेखर चौधरी , श्रीमती डॉ० शोभा चौधरी ,गोटेगांव नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती मालती बिलवार,
मुकेश बिलवार ,नरेश बिलवार श्रीमती विनीता बिलवार,लखन -सुमन बिलवार आदि को पूज्य महाराज श्री जी की पादुका पूजन का सौभाग्य प्राप्त हुआ ।
माल्यार्पण -108 कमल पुष्पों की माला व शाल तथा श्रीफल अर्पण का सौभाग्य सरपंच व आध्यात्मिक उत्थान मंडल बगासपुर , चौधरी विभाष जैन , चौधरी नीलमणि पटेल , राधेश्याम बिलवार , संतोष पटेल , रामनारायण कमतीवारे , मुन्नालाल विश्वकर्मा , घनश्याम कहार , प्रकाश बिलवार , परमानंद महेरा , विजय अंचल को प्राप्त हुआ ।

 

 

 

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