छत्तीसगढ़

शिक्षक दिवस विशेष:- आओ जानें एक कर्मठ शिक्षक को

शिक्षक दिवस विशेष:- आओ जानें एक कर्मठ शिक्षक को

कवर्धा छत्तीसगढ़

जुनून और कुछ करने का जज्बा हो तो सामुदायिक कार्य करने में बहुत सुकून मिलता है,इसे साबित किया,गांव में पढ़ाने वाले शासकीय शिक्षक हेमधर साहू ने। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय -दशरंगपुर, विकासखण्ड कवर्धा, जिला कबीरधाम में व्याख्याता रहे हेमधर साहू का विभागीय बीएड में चयन होने पर सितंबर 2023 में, शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय शंकर नगर रायपुर में ज्वाइन करते ही हेमधर साहू, शिक्षा महाविद्यालय के बाघ इको क्लब के बैनर तले,जे.एन.पाण्डेय स्कूल,अमीनपारा मिडिल स्कूल,दानी गर्ल्स स्कूल, लालपुर स्कूल, अभ्यास शाला डाइट के मिडिल स्कूल के शिक्षक -शिक्षिकाओं व विद्यार्थियों को साथ लेकर,पक्षी बचाओ,जल संरक्षण,मृदा संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण, साक्षरता स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वच्छता व मतदाता जागरूकता अभियान पर नाटक, गीत, कविता, श्लोगन के माध्यम से बुढा तालाब,मरीन ड्राइव,घड़ी चौक,पहाड़ी मैंना चौक, शास्त्री बाजार , लालपुर बस्ती रामनगर ,जय स्तंभ चौक व रायपुर के विभिन्न चौक-चौराहों,नुक्कडों इत्यादि में शनिवार-रविवार तथा अवकाश दिवस में व्यक्तिगत रुचि लेते हुए,बैनर, फ्लैक्स,स्वयं के संसाधनों से जुटाकर,लगन व निष्ठा व नि: स्वार्थ भाव से जन-जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को जोड़कर,समाज, राष्ट्र व प्रकृति की सेवाकार्य का बीड़ा उठायें,गांव का शिक्षक जिसका रायपुर में कोई परिचित ना हो,जो रायपुर शहर का ना हो ,तब तो यह काफी चुनौतीपूर्ण बन जाता है। हेमधर साहू सरकारी शिक्षक हैं, गतिविधियों को कराने के साथ साथ पढ़ाई में भी पीछे नहीं , शासकीय शिक्षा महाविद्यालय शंकर नगर रायपुर में 75 फ्रेशर तथा 75 डिपार्टमेंटल कुल 150 बीएड विद्यार्थियों में,प्रथम सेमेस्टर में 81 प्रतिशत तथा द्वितीय सेमेस्टर में 80 प्रतिशत अंकों के साथ पूरे कालेज में प्रथम स्थान पर रहें, वर्तमान में

शासकीय सेजेस स्कूल लालपुर, में इंटर्नशिप कर रहे हेमधर साहू”उल्लास साक्षरता” कार्यक्रम में,शिक्षा के लिए अपनी पूरी निष्ठा से कार्य कर रहें हैं,हेमधर साहू रायपुर आने से पूर्व कबीरधाम जिले के वनवासी आदिवासी क्षेत्रों में अपने प्रत्येक वर्ष गर्मियों की छुट्टी में, शिक्षा के पिछड़े क्षेत्रों में शिक्षारथ के माध्यम से ,शिक्षा की अलख जगाई थी वे रात्रि विश्राम भी रथ में किया करते थे,जिस हेतु वर्ष 2017 में 5 सितंबर को ,राजभवन में राज्यपाल द्वारा हेमधर साहू द्वारा सम्मानित किया गया था। ग्रामीण स्कूल का राज्यपाल पुरस्कृत शिक्षक,शासकीय शिक्षक सुख-सुविधाओं को त्यागकर, विपरीत परिस्थितियों में भी कार्य करना वास्तव में राष्ट्र के लिए अमूल्य निधि है।

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