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श्रीमद् भागवत स्वयं ही श्री कृष्ण भगवान का स्वरूप:स्वरूपानंद सरस्वती

श्रीमद् भागवत स्वयं ही श्री कृष्ण भगवान का स्वरूप:स्वरूपानंद सरस्वती

“ग्राम-बगासपुर,गोटेगांव मध्यप्रदेश में”
माता गिरजा देवी महा महोत्सव का शुभारंभ, निकली विशाल शोभायात्रा

पण्डित देव दत्त दुबे 

 

 


शङ्कराचार्य जी के परम् कृपापात्र सबका संदेश न्यूज -बगासपुर(गोटेगांव)। 2 दिसंबर से 10 दिसंबर तक हो रहे माता गिरजा देवी महामहोत्सव का आज शुभारंभ किया गया। जिसमें। दोपहर 3:00 बजे जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज की विशाल शोभायात्रा का आयोजन, समिति के द्वारा किया गया । यहाँ इस शोभायात्रा में 108 कलश लिए माताएं बहने चल रही थी। वहीं 108 ब्राह्मण एवं यजमान परिवार साथ साथ चल रहे थे । इस यात्रा में ढ़ोल नगाड़ों के बीच हाथी घोड़े पर सवार, साधु संत चल रहे थे। उनके पीछे पीछे महाराजा श्री

 

जगतगुरु शंकराचार्य महाराज रथ पर विराजमान हुए ,लोगों को शुभ आशीष प्रदान कर रहे थे। इस यात्रा में मध्यप्रदेश शासन के विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति , छत्तीसगढ़ शासन से राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त ब्रह्मचारी सुबुद्धानन्द जी, कार्यक्रम के संयोजक शङ्कराचार्य जी के शिष्य प्रतिनिधि दंडी स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद जी, आचार्य महामंडलेश्वर राम कृष्णानंद जी, एवं बड़े शास्त्री जी श्रीमद् भागवत कथा की पोथी को लेकर साथ साथ चल रहे थे। वहीं इस यात्रा का स्वागत बगासपुर ग्राम के समस्त ग्रामवासियों द्वारा जगह-जगह तोरण द्वार पुष्प वर्षा कर एवं महाराजा श्री की आरती उतारकर किया गया। महाराजा श्री का मंच पर पादुका पूजन विकास चौधरी नीलमणि पटेल विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति ब्रह्मचारी

 

सुबुद्धानंद जी ने किया एवं श्रीमद्भागवत का पूजन किया गया । महाराजा श्री जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज ने अपने मुखारविंद से अमृतमयी वाणी में लोगों को श्रीमद्भागवत के बारे में बताया। माता गिरजा देवी महा महोत्सव श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ की शुभ अवसर पर द्वी पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज ने कहा हमारे वेद, उपनिषद ,गीता ,रामायण में बतलाया गया है कि, सबका मूल सच्चिदानंद है। जिसके स्मरण से भवसागर तर

https://youtu.be/xq-4OI6eWfk

जाता है । ईश्वर को जानने वाले ,ब्रह्मा को जानने वाला परम पद प्राप्त कर लेता है। परमात्मा को प्राप्त करने के लिए अभिव्यक्ति की आवश्यकता है , अभिव्यक्त ब्रह्म ही कल्याण करता है। कास्ट से अग्नि उत्पन्न होने पर ही जला जा सकता है । ईश्वर के चार रूप- नाम ,रूप, लीला, धाम इनमें से एक को पकड़ो तो उद्धार हो जाएगा। भगवान की लीला आत्मिक रूप से मानव का कल्याण करता है। लीलाएं सुनकर जन्म मरण का चक्कर दूर हो जाता है।

 

https://youtu.be/dArzoBlwLpA

कृष्ण लीला से संबंधित श्रीमद् भागवत कथा में भगवान श्रीकृष्ण स्वयं अपना तेज प्रदान किये हुये है। श्रीमद् भागवत स्वयं ही श्री कृष्ण भगवान का स्वरूप है। हर शब्द में भगवान श्रीकृष्ण बिराजे हैं। जीव तीन प्रकार के साधक पेशियों को भोंगते हुए, भोग का प्रबंध कर लेता है। वही गुरुदेव ने बताया कि धर्म में लगी हुई संपत्ति परलोक में प्राप्त होती है। दूसरे साधक जो जन्म मरण से छुटकारा चाहते हैं। कर्म करोगे तो भोगने के लिए शरीर की आवश्यकता पड़ेगी। साधक सिर्फ मोक्ष के लिए प्रयास करता है। जो ईश्वर का साक्षात्कार कर लेता है , जिनकी तृष्णा समाप्त हो चुकी है ,वह भी कथा सुनते हैं। इसके पश्चात गुरुदेव भगवान एवं श्रीमद्भागवत की महाआरती बनारस से आए हुए पंडितों द्वारा की गई ।
माँ गिरिजा महामहोत्सव में यह कार्यक्रम होंगे। गोटेगांव से 5 किलोमीटर दूर ग्राम बगासपुर में, मां गिरिजा देवी महा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है । कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण होंगे। 108 श्रीमद् भागवत कथा परायण ,विद्वत ब्राम्हणों द्वारा एवं पूज्य जगद्गुरु शंकराचार्य जी महाराज श्री के श्रीमुख से, श्रीमद् भागवत की अनुपम कथा की जाएगी। वृंदावन से आए ख्याति प्राप्त कलाकारों द्वारा रासलीला का मंचन किया जावेगा। 56 गृहस्थों के द्वारा 56 भोग, माँ भगवती को अर्पित किए जाएंगे। बनारस से आए हुए पंडितों द्वारा प्रतिदिन विशेष महाआरती की जाएगी । निःशुल्क मेला का भी आयोजन किया जा रहा है। इच्छुक दुकानदार भी आयोजक समिति से संपर्क कर सकते हैं। स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती चैरिटेबल ट्रस्ट शंकराचार्य नेत्रालय द्वारा आयोजन स्थल पर 7 दिन का निशुल्क नेत्र परीक्षण शिविर एवं जर्नल मेडिकल शिविर आयोजित किया जा रहा है।

 

 

 

 

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