*पशु प्रबंधन: जनचौपाल का सिलसिला लगातार जारी
*पशु प्रबंधन: जनचौपाल का सिलसिला लगातार जारी।*
*अब तक 10 जनचौपाल संपन्न, 69 की तिथियां निर्धारित।*
छत्तीसगढ़ बिलासपुर भूपेंद्र साहू ब्यूरो रिपोर्ट 16 जुलाई 2024
उच्च न्यायालय के आदेश एवं मुख्य सचिव के निर्देश पर जिले के प्रमुख नेशनल और स्टेट राजमार्गों में घुमन्तू पशुओं के कारण होने वाली आकस्मिक दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जिले में निरंतर प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए पशुपालकों को प्रेरित करने एवं उनके व्यवहार में परिवर्तन लाने हेतु जिले के चिन्हांकित क्षेत्रों में जनचौपाल का भी आयोजन किया जा रहा है। जिला प्रशासन द्वारा जिले के राष्ट्रीय राजमार्ग क. 130 अंतर्गत दर्रीघाट वि.खं. मस्तूरी एवं सेंदरी विखं बिल्हा को चिन्हित किया गया है। यहां जनचौपाल का आयोजन कर पशुपालकों को समझाईश देते हुए इस संबंध में विस्तार से जानकारी दी जा रही है। अब तक 10 गांवों में जन चौपाल का आयोजन किया गया है। इसी प्रकार 69 गांवों में जनचौपाल के लिए तिथियां निर्धारित कर ली गई है।
जनचौपाल के तहत मस्तूरी ब्लॉक के दर्रीघाट गांव में जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारियों, स्थानीय जनप्रतिनिधियों, पशुपालकों की उपस्थिति में 2 एवं 9 जुलाई को तथा सेंदरी में 15 जुलाई को जनचौपाल का आयोजन किया गया, जिसमें पशुपालकों को घुमन्तू पशुओं को सड़क पर छोड़े जाने से होने वाले समस्याओं से अवगत कराने के साथ साथ पशुओं को सड़कों पर नहीं छोड़ने हेतु अपील एवं समझाईश दिया गया, जिससे घुमन्तू पशुओं के कारण सड़कों में होने वाली समस्याओं में कमी आ सकेगी। इस संबंध में सभी संबंधित विभाग के अधिकारियों के द्वारा विभागीय योजनाओं के लाभ तथा इससे आवारा पशु नियंत्रण में प्रभावी उपयोग पर जानकारी दी गयी जिसका सकारात्मक प्रभाव ग्रामीणों एवं पशुपालकों पर पड़ा तथा आवारा पशुओं के नियंत्रण के संबंध में ग्रामीणों द्वारा सुझाव भी दिये गये।
इसी अनुक्रम में जिले के चारों ब्लॉक के सीईओ द्वारा विकासखंडवार चिन्हांकित ग्रामों में जनचौपाल आयोजन हेतु तिथिवार कार्यक्रम जारी किया गया है। जिसमें विकासखंड बिल्हा अंतर्गत अटर्रा एवं बेलतरा में 18 जुलाई, पेण्ड्रीडीह एवं भरवीडीह में 19 जुलाई, हरदी एवं लिम्हा में 22 जुलाई, भरारी में 23 जुलाई एवं नवगवां में 24 जुलाई को जनचौपाल का आयोजन किया जावेगा। विकासखंड कोटा अंतर्गत 18 जुलाई को पीपरतराई, रानीगांव, लालपुर, दारसागर व चुरेली में, दिनांक 19 जुलाई को अमने, कर्रा, पोड़ी, बानाबेल व केंदा में, 22 जुलाई को कलारतराई, मेलनाडीह, खैरा, आमामुड़ा व नेवारीबहरा में, 23 जुलाई को रानीसागर, चपोरा, छतौना, छतौना व बरपाली में, 24 जुलाई को जाली, बारीडीह व परसापानी में 25 जुलाई को कंचनपुर में एवं 26 जुलाई को मझवानी में जनचौपाल का आयोजन किया जाना है।
इसी प्रकार विकासखंड तखतपुर अंतर्गत 18 जुलाई को परसदा व भरनी में 19 जुलाई को खजूरीनवागाव, व भिलौनी में 22 जुलाई को अमसेना व बेलमुण्डी में 23 जुलाई को चोरभट्टीकला में 25 जुलाई को काठाकोनी व देवरीखुर्द में 25 जुलाई को सैदा व पांड में 26 जुलाई को गनियारी व नेवरा में 29 जुलाई को खम्हरिया व जरौंधा में 30 जुलाई को संबलपुरी व हांफा में 31 जुलाई को भुण्डा व भरारी में, 01 अगस्त को लिदरी व खपरी में 2 अगस्त को जोंकी व लोखंडी में तथा 5 अगस्त को पथरी, 6 अगस्त को जरेली एवं 7 अगस्त को तुरकाडीह में जनचौपाल का आयोजन किया जाना है विकासखंड मस्तूरी अंतर्गत 18 जुलाई को पंधी, 19 जुलाई को सीपत, 22 जुलाई को वेदपरसदा, 23 जुलाई को लावर, 24 जुलाई को भदौरा, 25 जुलाई को पाराघाट 26 जुलाई, को धनिया, 29 जुलाई को खम्हरिया, 30 जुलाई को चिल्हाटी एवं 31 जुलाई को जोंधरा में जनचौपाल का आयोजन होना है।
उपरोक्त तिथियों को आयोजित होने वाले जनचौपालों में अधिक से अधिक संख्या में पशुपालकों को उपस्थित रहने हेतु जिला पंचायत, पशु चिकित्सा विभाग एवं अन्य सभी संबंधित विभागों द्वारा अपील की गई है जिससे पशुपालकों की सहभागिता से सड़कों पर घुमन्तू पशुओं के कारण होने वाली समस्याओं एवं आकस्मिक दुर्घटनाओं को कम किया जा सकेगा।