अपनी समस्याओं को लेकर व्यापारियों ने की कलेक्टर से मुलाकात

लॉकडाउन के बाद दुकानें खुलने पर मिले राहत
भिलाई। चेम्बर्स आफ कार्मस एंड इंडस्ट्रीज के लोगों ने अपनी समस्याओं को लेकर आज कलेक्टर से मुलाकात की और अपनी समस्याओं को उनके सामने रखा। कोरोना संक्रमण के मामले में छत्तीसगढ़ प्रदेश की स्थिति देश के अन्य राज्यों से काफी बेहतर है। यहां अधिकतर जिलों को ग्रीन जोन में रखा गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि बाजारो में दुकानों को खोलने की अनुमति दी जाएगी। इसे देखते हुए चेम्बर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री की भिलाई इकाई के प्रतिनिधि मंडल ने गार्गी शंकर मिश्रा व अजय भसीन के नेतृत्व में कलेक्टर अंकित आनंद से मुलाकात कर उनके सामने कुछ सुझाव रखे और अनुमान लगाया कि आगामी 3 मई के बाद छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन को लेकर बड़ा निर्णय हो सकता है।
चेम्बर द्वारा दिए गए सुझावों में व्यापारिक हित की बात कही गई। भिलाई चेम्बर ने सुझाव दिया कि अभी वैवाहिक सीजन प्रारम्भ चुका है, सभी व्यापारियों ने इस सीजन की तैयारी पहले से ही कर रखी थी। खान पान के अलावा भी अन्य वस्तुओं की आवश्यकताएं सभी को रहती है। इसलिए जो दुकाने अभी तक बंद है उन सभी दुकानों को व्यापार वर्गीकरण (ट्रेड वाइस) सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक खोलने की अनुमति प्रदान करे। व्यापार वर्गीकरण का एक सुझाव प्रेषित है, इस सुझाव पर आप के आदेश व निर्देशों का पालन सभी व्यापारी करने का प्रयास करेंगे। छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कार्मस एण्ड इंडस्ट्रीज भिलाई व्दारा विडियों काफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी व्यापारियों को सामाजिक दूरी को पालन करने के उपाये बताए गए इसकी भी जानकारी जिलाधीश को दी गई। सभी व्यापारी अपने प्रतीष्ठान का हेल्पलाइन नम्बर जारी करें ताकी ग्राहक किसी भी सहायता के लिए संपर्क कर सके अपने प्रतिष्ठान के बाहर नम्बर लिख दें। होम डिलीवरी की व्यवस्था दुरूस्त करें व अपने ग्राहकों को अपना वाट्सएप नम्बर देकर लिस्ट मांगा ले व सामान होम डीलीवरी कर सकें। ऐसी व्यवस्था से भी बाजारों में भीड़ का आना कम होगा। व्यापारी अपने हर उपभोक्ता से अनुरोध करें कि एक व्यक्ति ही खरीदी पर आये बुर्जुग और बच्चें करोना महामारी के दौरान बाजार या भीड़-भाड़ वाले जगह पर ना जाएं। सामाजिक दुरी का पालन कराने में 1 बड़ी समस्या आ रही है जैसे गर्मी, धूप, जगह की कमी, जिनकी दुकान कोने या मुख्य सड़क पर हो वे ग्रीन मैट या ग्राहकों को छाते का उपयोग करवाएं, जिनके दुकान में जगह कम है वे अपने सामान को व्यवस्थित करते हुए ग्राहक को बैठने कि व्यवस्था के साथ सामाजिक दूरी का पालन कराएं। दुकान में सामाजिक दुरी के साथ-साथ व्यापारी स्वयं और कर्मचारी को भी मास्क व सेनेटाइजर के उपयोग सुनिश्चित करें।
होलसेल व्यापारी डेलीवरी और बिलिंग प्वांइट को अलग-अलग रखें एवं प्रयास करें की चिल्हर व्यापारी के प्रतिष्ठान तक पहुंचा कर दें। भिलाई चेम्बर की इस एडवाइजरी की प्रशंसा करते हुए है जिलाधीश महोदय ने कहा कि अगर इस एडवाइजरी का यदि 25-30 प्रतिशत लोग भी पालन करते है तो यह बहुत अच्छी पहल होगी। बिल्डर्स की परेशानियों को देखते हुए यह सुझाव दिया गया कि कई ऐसे बिल्डर्स है जिनका बिल्डिंग कार्य अधूरा छुटा हुआ है और उनके मजदूर उनके कैम्पस में ही रहते है उन्हें भी कंस्ट्रक्शन कार्य करने की अनुमति प्रदान करें। निवेदन है कि सुझावों पर ध्यान देकर व्यापार प्रारम्भ करने की अनुमति प्रदान करे ताकि अर्थव्यवस्था धीरे धीरे गति पकडऩे लगे। प्रतिनिधि मंडल में दुर्ग जिला अध्यक्ष अशोक राठी, निशिकांत मिश्रा, शंकर सचदेव, सुधाकर शुक्ला, कुलदीप सिंह लालवानी, विशाल छाबड़ा, प्रहलाद लालवानी, शंकर सचदेव आदि उपस्थित रहे