Hathras stampede : हाथरस मामले को लेकर न्यायिक जांच आयोग गठित, ये रिटायर्ड अधिकारी सामने लाएंगे सच, इन बिंदुओं पर होगी पूरी तहकीकात

लखनऊः हाथरस हादसे को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ के न्यायिक जांच की घोषणा के बाद आयोग का गठन कर दिया गया है। हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज जस्टिस बृजेश श्रीवास्तव इस न्यायिक जांच आयोग के अध्यक्ष होंगे। इस आयोग में बृजेश श्रीवास्तव के अवाला रिटायर्ड आईएएस हेमंत राव और रिटायर्ड आईपीएस भवेश कुमार बतौर सदस्य होंगे। यह आयोग दो महीने के अंदर अपनी रिपोर्ट देगा।
इन पॉइंट्स पर होगी जांच
कार्यक्रम के आयोजकों द्वारा जिला प्रशासन द्वारा प्रवत्त अनुमति एवं उसमें उल्लिखित शर्तों के अनुपालन की जांच करना।
यह घटना कोई दुर्घटना है अथवा कोई षडयंत्र या अन्य कोई सुनियोजित आपराधिक घटना की सम्भावना के पहलुओं की जांच करना।
जिला प्रशासन एवं पुलिस द्वारा कार्यक्रम के दौरान भीड़ नियंत्रण तथा कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने हेतु किए गए प्रबन्ध एवं उनसे सम्बन्धित अन्य पहलुओं की जांच करना।
उन कारणों एवं परिस्थितियों का अभिनिश्चय करना जिसके कारण उक्त घटना घटित हुई।
भविष्य में इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति को रोकने के संबंध में सुझाव देना।
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PHOTO | Retired High Court Judge Brijesh Kumar Srivastava to lead the three-member judicial panel formed by the government to investigate the Hathras stampede incident. The other members of the panel are retired IAS officer Hemant Rao and retired IPS officer Bhavesh Kumar Singh. pic.twitter.com/W6ltYFtMyy
— Press Trust of India (@PTI_News) July 3, 2024
असामाजिक तत्वों ने रची साजिश?
शुरुआती सरकारी रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भगदड़ तब मची जब बड़ी संख्या में अनुयायी प्रवचनकर्ता भोले बाबा को करीब से देखने और उनके ‘चरण रज’इकट्ठा करने के लिए उनके पास पहुंचे जिनमें अधिकतर महिलाएं थीं। वहीं वकील एपी सिंह ने दावा किया, ‘‘कुछ असामाजिक तत्वों ने साजिश रची। जब नारायण साकार हरि कार्यक्रम स्थल से चले गए, उनके वाहन चले गए, तो हमारे स्वयंसेवक और अनुयायी साजिश के कारण यह समझने में विफल रहे कि क्या हो रहा है। यह एक योजना के तहत किया गया था और इसकी जांच होनी चाहिए।’’