अंबिकापुर. उत्तर प्रदेश की चर्चिंत पीसीएस ऑफिसर ज्योति मौर्या का मामला तो आप लोगों ने सुना तो होगा. कुछ ऐसा ही मामला छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में देखने को मिला है, जहां अनुकंपा नियुक्ति मिलने के बाद महिला अपने पति और बच्चे को छोड़कर चली गई है. पत्नी के जाने के बाद बच्ची को लेकर पति दीपक और उसका पूरा परिवार परेशान है. सबसे हैरानी की बात तो यह है कि पति ने आरोप लगाया है कि पत्नी को फर्जी तरीके से नौकरी मिली है. दरअसल, लखनपुर विकासखंड के ग्राम तराजू के रहने वाले दीपक राजवाड़े ने पूरे मामले में आरोप लगाते हुए बताया है कि समुद्री बाई अनुविभागीय अधिकारी श्याम नहर उप संभाग क्रमांक 1 में कार्यरत थी.पति का आरोप है कि समुद्री बाई के आकस्मिक निधन के बाद उनकी सबसे छोटी बेटी सुलोचनी राजवाड़े को अनुकंपा नियुक्ति मिली. नौकरी पाने के लिए शादीशुदा होते हुए भी सुलोचनी ने खुद को कुंवारी बताया. फिर फर्जी दस्तावेजों के जरिए नौकरी हासिल कीऐसे हुआ मामले का खुलासा
मामले का खुलासा तब हुआ जब दीपक रजवाड़े की पत्नी को अनुकंपा नौकरी मिलने के बाद वह अपने पति और बच्चे को छोड़कर चली गई. जब बात नहीं बनी तब पति दीपक राजवाड़े ने आयुक्त सरगुजा, सूरजपुर कलेक्टर और संबंधित अधिकारी से मामले की शिकायत की. चौंकाने वाली बात यह है कि पति दीपक राजवाड़े अभी भी पत्नी सुलोचनी के वापस आने का इंतजार कर रहा है.सुलोचनी की सास कला बाई का कहना है कि शादी के बाद बहू की नौकरी उसकी मां की जगह लगी है. नौकरी लगने के बाद बच्चे को छोड़कर चली गई है. उसके जीजा ने हमारे साथ मारपीट भी की है. बच्ची बहुत परेशान है. अपनी मां को तलाश रही है. तो वहीं पति दीपक राजवाड़े का कहना है कि फर्जी दस्तावेजों के साथ पत्नी की अनुकंपा नियुक्ति लगी है. हमारी 3 साल की बच्ची है. पहले भी मैंने आवेदन देकर इस मामले की जांच करने की मांग की थी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई.हो सकती है जांच
जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता चंद्रभान ध्रुव ने कहा कि दीपक राजवाड़े ने इस मामले की शिकायत की थी. दरअसल, भर्ती और जांच मुख्य कार्यालय अंबिकापुर से होगी. सुलोचनी को पत्र लिखा गया था. उनके द्वारा दी गई जानकारी कलेक्टर सहित संबंधित अधिकारी को दे दी गई है. अब अगर टीम बनाई गई तो मामले की जांच होगी