MP News : प्रचंड गर्मी का कहर जारी, लू लगने से इस जिले के कलेक्टर के बेटे की मौत, सीएम डॉ. मोहन यादव ने जताया दुख

जबलपुरः Jabalpur collector’s son dies मध्यप्रदेश सहित पूरे उत्तर भारत में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है। लोगों का घर से निकलना दूभर हो गया है। लू लगने और गर्मी से देश के अलग-अलग हिस्सों में लगातार मौते हो रही है। इसी बीच अब जबलपुर से एक बड़ी खबर सामने आई है। जिले के कलेक्टर दीपक सक्सेना के 20 वर्षीय बेटे अमोल सक्सेना का रविवार को निधन हो गया। हीट स्ट्रोक की वजह से अमोल सक्सेना की जान गई है।
Jabalpur collector’s son dies मिली जानकारी के अनुसार कलेक्टर दीपक सक्सेना के बेटे दीपक सक्सेना दिल्ली में रह रहे थे। अमोल वहां फिल्म स्टडीज का कोर्स कर रहा था। बताया जा रहा है कि अमोल की शनिवार को तबीयत खराब हो गई थी। ऐसी आशंका है कि वे हीट स्ट्रोक का शिकार हुए हैं। हालांकि इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। खबर मिलते ही कलेक्टर दीपक सक्सेना दिल्ली रवाना हो गए। अमोल का शव सोमवार को एयर एंबुलेंस के जरिए दिल्ली से जबलपुर लाया जाएगा। यहां ग्वारीघाट पर उनकी पार्थिव देह का अंतिम संस्कार होगा।
सीएम डा. यादव ने जताया दुख
कलेक्टर दीपक सक्सेना के बेटे अमोल सक्सेना के निधन पर मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने दुख जताया है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि जबलपुर कलेक्टर श्री दीपक सक्सेना के युवा एवं होनहार पुत्र अमोल सक्सेना के असामयिक देहावसान का अत्यंत दुखद समाचार प्राप्त हुआ। बाबा महाकाल से प्रार्थना करता हूं कि दिवंगत की पुण्य आत्मा को शांति प्रदान कर अपने श्री चरणों में स्थान दें। मैं मध्यप्रदेश शासन की ओर से दिवंगत को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। ।।ॐ शांति।।
जबलपुर कलेक्टर श्री दीपक सक्सेना जी के युवा एवं होनहार पुत्र श्री अमोल सक्सेना जी के असामयिक देहावसान का अत्यंत दुखद समाचार प्राप्त हुआ।
बाबा महाकाल से प्रार्थना करता हूं कि दिवंगत की पुण्य आत्मा को शांति प्रदान कर अपने श्री चरणों में स्थान दें।
मैं मध्यप्रदेश शासन की ओर से…
— Dr Mohan Yadav (Modi Ka Parivar) (@DrMohanYadav51) June 2, 2024
बता दें कि दीपक सक्सेना 2010 बैच के IAS अधिकारी हैं जो फिलहाल जबलपुर में कलेक्टर पद पर पदस्थ हैं। उन्होंने निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ अभियान चलाया हुआ है। कोर्स की किताबें, यूनिफॉर्म और अन्य शिक्षण सामग्री के नाम पर अभिभावकों से मनमानी राशि वसूलने वाले निजी स्कूलों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। जबलपुर कलेक्टर ने ऐसे स्कूलों से अभिभावकों को 81.30 करोड़ रुपए की फीस वापस कराई है। साथ ही 22 लाख रुपए की पेनाल्टी भी लगाई है।




