छत्तीसगढ़

नामदेव शानदार चौथी बार दिग्विजय वार्ड से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे

 

 

 

 

 

सबका संदेश न्यूज छत्तीसगढ़ राजनांदगांव – नामदेव शानदार चौथी बार दिग्विजय वार्ड से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे
हमेशा उपलब्ध रहनेे वाला सेवक- दिनेश नामदेव
राजनांदगांव  नगर निगम के चुनावी बिगुल बजने के बाद वार्डो से अपना-अपना दावेदारी ठोंक रहे प्रत्याशियों के बीच कुछ धरती पकड़ निर्दलीय प्रत्याशी भी अपनी तैयारी चरमा सीमा में पहुंचाकर अपना जन संपर्क अभियान को दीपावली मिलन के साथ प्रारंभ कर चुके है और ऐसे ही एक निर्दलीय प्रत्याशी विगत तीन बार लगातार दिग्विजय वार्ड से चुनाव लड़ते आ रहे है औैर अभी-अभी वर्तमान मेें राजनांदगांव विधानसभा चुनाव निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में लड़ चुुके दिनेश नामदेव पुन: दिग्विजय वार्ड से चुनाव हेतुु शानदार चौथी बार निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ेंगेेे।
प्रारंभ से ही हिन्दुत्व और हिन्दु राष्ट्र के अवधारणा को महत्व देते हुए स्वत्रंत रूप से हिन्दुवाद के लिए काम करते हुए अनेको कार्य उपल्बिध पूर्ण किये हैं । जिसमें १३ संगठनों के कार्र्यक्षेत्र एवं प्रभार का बीड़ा उठाकर निरंतर सेवारत है । दिनेश नामदेव ने बालपन से परिवार के प्रति जीविकापार्र्जन के दायित्व को वहन करते हुए ९ वर्ष की उम्र से ही रोजी-मजदूरी कर परिवार का खर्च वहन करने में मदद करते हुए बचपन से ही संर्घषमयी जीवन के कारण नाममात्र शिक्षा हासिल कर सके । लेकिन शिक्षा से ज्यादा अनुभव ने अपना ऐसा रूप धारण किया कि अक्षर ज्ञान शिक्षा ग्रहण करने के बावजूद विलक्षण प्रतिभा के धनी होने के कारण वर्तमान में अनेको असंभव कार्र्य को पूर्ण सफलता के साथ करते हुए प्रगति की ओर अग्रसर है। बचपन से ही देशभक्ति व वीरतापूर्र्ण कार्य को अपना मकसद समझकर कुछ अलग पहचान बनाने की चाहत में कला के शौकीन और खुश मिजाज दिनेश नामदेव उल्लेखनीय कार्यो में अपनी सेवाएं आज भी जारी रखे है । रचनात्मक कार्र्यो में – सदैव अग्रणी रहते हुए राजनांदगांव रियासत कालीन विशाल संरोवर बूढ़ासागर में जलकुंभी नामक पौधे को श्रमदान अभियान ३ वर्र्षो तक चलाकर उपरोक्त तालाब को जनहित में समर्र्पित किया गया है । बुढ़ासागर बचाओं आंदोलन के सूत्रधार दिनेश नामदेव ने सरोवर हमारी धरोहर अंतर्र्गत पुरातात्विक महत्व के बुढ़ासागर की भूमि में प्रस्तावित डाक्टर्र्स कॉलोनी के निर्माण के खिलाफ जन चेतना को झकझोरना, इस दिशा में यथाशीघ्र क्रांतिकारी शंखनांद नही किया जाता तो आज शायद रियासत कालीन यह धरोहर इतिहास के पन्नों में दर्ज हो चुका होता । इस अभियान को आखिर में प्रखर चुनौती का सामना करना पड़ा । लेकिन एक चिंगारी तुफानों में राह दिखाती है । एक चिंगारी सागर में उबाल लाती है, एक चिंगारी अंधेरों को जीना सिखाती है के दृढ़ संकल्प का वह दौर रंग लाया और हम गर्र्व के साथ यह कह सकते है कि हम अपने शहर के उस गौरवपूर्र्र्ण अतीत को वर्तमान बनाया है राष्ट्रीय संपत्ति आज पूर्ण रूप से सुरक्षित है ।
कला के क्षेत्र में-जन सेवा के माध्यम से राजनांदगांव जिले के आदिवासी अंचलों में शासकीय कार्यो में अपना अमूल्य सहयोग प्रदान करते हुए वर्तमान में सेवा की अनोखी मिसाल कायम कर साक्षरता, स्वच्छता, पर्र्यावरण मलेरिया, व्यसन मुक्ति, प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य कार्र्यक्रम बाल मृत्युदर में कमी लाने जैसे महत्वपूर्र्ण विषयों को लेकर विगत् कोई वर्षो से आदिवासी अंचलो के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी सेवांए दी।
कला के प्रति समर्पित रहे हैं जिसका परिणाम है वे आज कला के क्षेत्र में तेजी से अपनी पहचान बना रहे है अपनी पहली छत्तीसगढ़ी फिल्म में छोटी सी किन्तु भावपूर्र्ण भूमिका निभाकर अलग पहचान बनाने वाले युवा रंगकर्र्मी दिनेश नामदेव ने लोगो में अमिट छाप छोड़ी है दूसरी छत्तीसगढ़ी फिल्म भोला छत्तीसगढिय़ा में दोहरी भूमिका से दर्शकों के समक्ष आये । उल्लेखनीय बात यह रही कि उनकी दोनों फिल्मों में उन्हें चरित्र अभिनेता के रूप में कठिन भूमिका निभाने का अवसर मिला । इसके बाद संस्कार टी.वी. चैनल के लिये निर्मित एलबम-महिला पाताल भैरवी की राजनांदगांव बैैग ग्रुप की प्रस्तुति में मौका मिला । गौरतलब है कि संस्कार चैनल का प्रसारण कई प्रदेशो में एक साथ हो रहा है । सीढ़ी दर सीढ़ी पार करते हुए दिनेश नामदेव को फिर एक मौैका जिला प्रशासन एवं यातायात विभाग के मार्गदर्र्शन में सडक़ सुरक्षा सप्ताह २००२ के अंतर्र्गत निर्मित टेली फिल्म में कठिन भूमिका मिली जिसमें भी उन्हे सफलता मिली २ छत्तीसगढ़ी फिल्मों ९ विडियों एलबम महिला पाताल भैरवी की जय महाकाली, गजानंद देवा, देवता चढग़े, मार्ई के अंगना, बिलवा टुरा माँ बम्लेश्वरी महिला समूह के ऊपर निर्र्मित वृत चित्र विज्ञापन फिल्म। दिनेश नामदेव ने ग्रामीण क्षेत्रों के साथ नवगठित उत्तरांचल में लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी मसूरी में सन् २००२ में रंगयात्रा नाटक पूर्र्व कलेक्टर दिनेश श्रीवास्तव (राजनांदगांव) के मार्गदर्शन में संकल्प सांस्कृतिक समिति के श्री चुन्नीलाल शर्र्मा एवं सुदेश यादव के नेतृत्व में प्रभावी प्रस्तुति । प्रथम छत्तीसगढ़ी फिल्म डायरेक्ट्री २००१ में प्रतिभाशाली सिने कलाकार के रूप में परिचय प्रकाशन आदि। साहसिक सायकल यात्रा – सांस्कृतिक मूल्यों की पुर्र्नस्थापना एवं सांस्कृतिक गरिमा को बनाए रखने हेतु संपूर्र्ण छत्तीसगढ़ में ९०० किलोमीटर की साहसिक सायकल यात्रा ‘‘मम दीक्षा गौ-रक्षा’’ के संकल्प को लेकर २२ जून १९९६ से ११ जुलार्ई १९९६ तक पूर्र्ण । उल्लेखनीय है कि अपने जन्म दिन पर २२ जून १९९६ को ११ वर्षो के संकल्प के साथ २२ जून २००७ को गौरक्षा जागृति अभियान पूर्र्ण किया । अनेक कठिनाइयों का सामना करते हुए अपने संकल्प को पूर्र्ण करने में अनवत् गौ-रक्षा अभियान को आज भी जारी रखे हुये है। सामाजिक क्षेत्र में -(१) कॉमन वेल्थ हूयम्न राइट्स इनिशियटिव कोर गु्रप के सदस्य के रूप में १५.१२.२००२ को नियुक्त (२) रक्तदान महादान के तहत दिनांक ९.६.१९९४ से प्रतिवर्र्ष दो बार रक्तदान आज पर्र्यन्त। साहित्य के क्षेत्र में (१) पुरातत्व एवं संस्कृति मंत्रालय छ.ग. शासन द्वारा प्रायोजित छत्तीसगढ़ी के जनभाषा और कथा कंथली कार्र्यशाला २००३ में छ.ग. शासन द्वारा प्रकाशित पत्रिका में शीर्र्षक ‘‘ममा दाऊ के सुरता’’लेख का पृष्ठ क्रमांक २४ में प्रकाशन (२) राज्य एवं राष्ट्रीय समाचार पत्रों में कला संस्कृति एवं विचरोत्तेजक विषयों पर प्रशासित लेखों का अद्यतन प्रकाशन (३) छत्तीसगढ़ी अभिव्यक्ति के विविध आयाम-स्मारिका संगोष्ठी २१ मार्र्च २००४ के प्रायोजक पुरातत्व एवं संस्कृति मंत्रालय छ.ग. शासन आयोजक जिला प्रकाशन राजनांदगांव छ.ग. के द्वारा प्रकाशित पत्रिका में पृष्ठ क्रमांक ५४ में नारी के महिमा का प्रकाशन (४) नामदेव वाणी त्रैमासिक पत्रिका २००४ में नारी का महत्व एवं हमारा सामाजिक दायित्व कैैसा हो विषय पर लेख का प्रकाशन (बिलासपुर से प्रकाशित सामाजिक पत्रिका) (५) राष्ट्रीय स्तर पर साहित्य कला संस्कृति एवं समाजसेवा हेतु समर्र्पित-ऋतंभरा साहित्यिक मंच (कुम्हारी-दुर्ग) द्वारा प्रकाशित पत्रिका संघर्र्ष समानता एवं साहित्य दपर्ण अखिल भारतीय साहित्य संग्रह में प्रकाशित कविता मुर्र्दो की सोच (पृष्ठ क्रमांक १०५ में प्रकाशित। सम्मान प्राप्त –
१. अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर ०८ सितंम्बर २००१ को जिलाधीश द्वारा सम्मानित । २. जिला स्तरीय युवा महोत्सव (बहुरंग तरंग २००३ में वकृत्व कला में तृतीय स्थान से सम्मानित । ३. युवा नीति निर्र्माण संभाषण एवं निबंध प्रतियोगिता में जिला एवं छत्तीसगढ़ शासन द्वारा सम्मानित । ४. ब्रिलियंटस समिति दुर्र्ग द्वारा व्यसन मुक्ति पर आयोजित स्लोगन एवं निबंध प्रतियोगिता में विशेष स्थान से सम्मानित । ५. ऋतंभरा अलंकरण सम्मान २००५ से विभूषित साहित्य एवं लेखन के क्षेत्र में कुम्हारी-दुर्र्ग द्वारा। दिनेश नामदेव ने अपने कार्यो को विस्तार पूर्वक वर्णन करते हुए कहा कि-जिन्दगी कांटों भरा सफर है, हौसले इसकी पहचान है। रास्ते पर तो सभी चल लेते है, जो रास्ते बनाएं वही इंसान है।
निर्दलीय प्रत्यासी
दिनेश नामदेव
सोनार पारा,वार्ड नं.38
राजनांदगांव (छ.ग.)
मो.8319958839,9589204038,
9098184737,9406068050

 

 

 

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