Face To Face Madhya Pradesh: रेत माफिया का इलाज क्या.. बेखौफ खनन का राज क्या? ‘रेत माफिया पर लगातार नकेल कस रही सरकार’ का BJP कर रही दावा…
MP Politics: भोपाल। MP में रेत माफिया की कारगुजारी से भला कौन वाकिफ नहीं है? कुछ दिन पहले शहडोल में रेत माफिया ने एक ASI की हत्या कर दी थी और अब मुरैना में रेत माफिया ने ट्रैक्टर से कुचलकर एक युवक की जान ले ली, जिसके बाद ये सवाल भी उठ रहे हैं कि एमपी में माफिया इतने बेखौफ क्यों है? और आखिर इन्हें संरक्षण कौन दे रहा है? और इसका इलाज क्या है? एमपी में रेत माफिया ने इन दिनों दहशत फैला रखी है। 20 मई को मुरैना के सिविल लाइन थाना इलाके में रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली ने बाइक सवार पिता-पुत्र को टक्कर मार दी और इस घटना में एक युवक की मौत हो गई, जबकि दूसरा घायल है। रेत माफिया ने मृतक के परिजनों के साथ मारपीट कर दहशत फैलाने के लिए फायरिंग भी की.. और ये भी कहा कि जिसे बुलाना है, बुला लो…पुलिस क्या कर लेगी?
एमपी में और खास कर ग्वालियर चंबल में ये मामला न तो कोई नया है और अपने आप में ये बताने के लिए भी काफी है कि यहां लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति क्या है? और इस मामले के सामने आने के बाद कांग्रेस लगातार बीजेपी पर हमलावर है। हालांकि लगातार बीजेपी का दावा है कि एमपी में बीजेपी की सरकार माफिया पर लगातार नकेल कस रही है।
एमपी में माफिया का आम जनता और सरकारी अफसरों पर हमला कोई नई बात तो है नहींं। अभी 20 दिन भी नहीं बीते हैं। जब माफिया ने शहडोल में ASI महेंद्र बागरी की हत्या कर दी थी। कभी माफिया पटवारी की जान ले लेते हैं तो कभी वन कर्मियों की पिटाई कर देते हैं न सिर्फ ग्वालियर चंबल बल्कि जबलपुर के नर्मदा नदी में हाईफाई डिवाईज लगाकर रेत के अवैध खनन की तस्वीरें सामने आती रहती हैं।
प्रशासन एक्शन लेने की बात लगातार करता है लेकिन चुनाव के दौरान कृषि मंत्री ऐंदल सिंह कंषाना ने क्या कहा था। ये भी आपको सुना देते हैं।
MP Politics: एमपी में माफिया पर सियासत जारी है। कांग्रेस, बीजेपी सरकार पर माफिया को संरक्षण देने का आरोप लगाती है। तो बीजेपी, कमलनाथ सरकार के 15 महीने और दिग्विजय सिंह के 10 साल में माफिया के पनपने और पांव पसारने का आरोप लगाती है। लेकिन सवाल ये है कि इन माफिया को संरक्षण कौन दे रहा है? क्योंकि इससे न सिर्फ राजस्व का नुकसान हो रहा है बल्कि आम लोगों के मन ये भी सवाल उठने लगा है कि क्या लॉ एंड ऑर्डर महज कमजोर और आम लोगों के लिए है?