Swati Maliwal Assault Case: मालीवाल से मारपीट मामले में घिरे CM केजरीवाल और PA विभव.. मिला नोटिस, कल होगी पूछताछ..
नई दिल्ली: आप की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल से मुख्यमंत्री आवास में हुए कथित मारपीट मामले में सीएम अरविन्द केजरीवाल और उनके पीए विभव कुमार घिरते नजर आ रहे हैं। (NCW notice to Chief Minister Kejriwal and PA Vibhav) एनसीडब्ल्यू यानी राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस मामले पर संज्ञान लिया हैं। आयोग की तरफ से सीएम केजरीवाल और उनके पीए को नोटिस तामील किया गया हैं। दोनों को ही 17 मई यानी कल पूछताछ के लिए तलब किया गया हैं। हालाँकि दोनों इस पूछताछ के लिए उपलब्ध होंगे या नहीं यह तय नहीं हैं।
Why was Swati Maliwal assaulted in CM residence?
लगे है गंभीर आरोप
गौरतलब हैं कि पिछले दिनों आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद ने सीएम हाउस में खुद के साथ मारपीट किये जाने की सूचना पुलिस को दी थी। दो अलग-अलग कॉल पर उन्होंने पुलिस को बताया था कि उनके साथ मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया हैं। उन्होंने बताया था कि उनके साथ मारपीट खुद सीएम केजरीवाल के पीए विभव कुमार ने किया था। हालाँकि इसके बाद मालीवाल ने फिर कोई शिकायत पुलिस से नहीं की और फिलहाल यह पूरा मामला रफा-दफा होता दिखाई पड़ रहा हैं। लेकिन दूसरी तरफ इस पूरे वाकये ने मानों चुनावी मौसम में भाजपा को सियासी संजीवनी दे दी हो। इस पूरे घटनाक्रम के बाद आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के सीएम केजरीवाल बैकफुट पर हैं। शराब नीति घोटाले के बाद अब उनपर ही सीधे आरोप लग रहे हैं कि मारपीट की घटना उनके जानकारी में हुई है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर मुख्यमंत्री निवास में कोई अधिकारी पार्टी की किसी बड़ी महिला नेता और सांसद से मारपीट कैसे कर सकता हैं? ऐसे में मीडिया भी लगातार उनसे सवाल कर रही हैं।
swati maliwal relationship with arvind kejriwal
नहीं दिया कोई जवाब
बता दें कि अरविन्द केजरीवाल ने आज लखनऊ में सपा मुखिया अखिलेश यादव जे साथ एक साझा प्रेस कांफ्रेंस किया। इस प्रेस कांफ्रेंस में अखिलेश यादव ने भाजपा पर अपने अंदाज में निशाना साधा। (NCW notice to Chief Minister Kejriwal and PA Vibhav) उन्होंने बीजेपी की सरकार को रेवन्ना मामले से लेकर मणिपुर, महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर घेरने की कोशिश की लेकिन जब मीडिया ने अरविन्द केजरीवील से स्वाति मालीवाल को लेकर सवाल किया तो वह इस सवाल से बचते नजर आये। उन्होंने मीडिया के सवालों का कोई जवाब नहीं दिया। उलटे अखिलेश यादव ही उनकी जगह पर बोलते दिखे। ऐसे में फिर से यह सवाल उठता हैं कि आखिर इस मामले में सीएम केजरीवाल ने चुप्पी क्यों साध ली हैं? उनके आवास पर हुए इस घटनाक्रम पर वह आखिर मीडिया से बात क्यों नहीं कर रहे हैं बावजूद इसके कि संजय सिंह ने भी प्रेसवार्ता कर पीए विभव कुमार पर गंभीर आरोप लगाए थे। तो क्या सीएम अपने पीए को बचाने की कोशिश में हैं या फिर कुछ और?