CG Ki Baat: रिटायरमेंट का रेड जोन..निशाने पर कौन-कौन? क्या कांग्रेस का नेतृत्व अब आर पार के मूड में है?

रायपुर: CG Ki Baat गुजरात के अहमदाबाद में कांग्रेस ने राष्ट्रीय अधिवेशन किया। जिसमें आलाकमान ने सीधे-सीधे निष्क्रिय नेताओं को रिटायर कर देने की खुली चेतावनी दी। इस चेतावनी पर कांग्रेस के अंदर और बाहर दोनों जगह बहस और शोर बढ़ गया। बीजेपी ने इस बहाने राहुल गांधी को निशाने पर लिया तो दूसरी ओर सीनियर कांग्रेसियों ने सफाई में दलीलों पर दलीलें दींं। रिटायरमेंट्स के सवाल पर बवाल के बीच खुद कांग्रेसी ये कहते नजर आए कि पार्टी में रिटायरमेंट का क्राइटेरिया सिर्फ और सिर्फ फरफोरमेंस होना चाहिए ना की उम्र तो मूल मुद्दा ये है कि क्या वाकई कुछ बदलेगा? या बस अपनी नई पीढ़ी के कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने बयान मात्र था।
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CG Ki Baat तो कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने, अहमदाबाद-गुजरात में पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन के मंच से, अपनी ही पार्टी के निष्क्रीय और उम्रदराज नेताओं को चेताते हुए दो टूक कहा कि जिन्हें काम पसंद नहीं वो रिटायर होकर घर बैठें। खरगे के इस चेतावनी पर बीजेपी ने चुटकी ली कहा कि इस हिसाब से तो सबसे पहले राहुल गांधी को हटेंगे क्योंकि वो कोई काम नहीं कर रहे। बात उम्र, उर्जा और काम की चली तो कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने अपनी और पार्टी की सफाई में कई दलीलें पेश करना शुरू कर दिया।
2 खरगे के बयान के बहाने, बीजेपी ने सीधे कांग्रेस के सबसे बड़े फेस राहुल गांधी को टार्गेट किया, जिस पर प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने पूरी ताकत से बीजेपी के आरोपों को खारिज कर पलटवार किया। PCC चीफ का दावा है, पार्टी में सभी उम्र-वर्ग के ऊर्जावान नेता हैं, सत्ता पक्ष के नेता अपना विभाग संभालें। तो बीजेपी ने याद दिलाया कांग्रेस को नाकाम उन्हीं के नेताओं ने किया है।
बीजेपी के तीखे हमलों से इतर। साफ है कि कांग्रेस की देश-प्रदेश में लगातार हार ने आलाकमान को ये कहने पर मजबूर कर दिया है कि अब पार्टी थके, हारे और चुके हुए नेताओं की जगह युवा और उर्जावान नेताओं को मौका देगी। सवाल है कि क्या पार्टी वाकई ऐसे नेताओं की सर्जरी कर नए तेवर-कलेवर के लिए तैयार है?