ओडीएफ ग्राम में अधूरे पड़े है शौचालय, पूर्ण बता पंच ओर सचिव कर लिया राशि का गबन, विभाग बेखबर

कोण्डागांव/बड़ेकनेरा। केंद्र सरकार की योजना रूर्बन मिशन के कलस्टर मुख्यालय ग्राम पंचायत बड़ेकनेरा के एक पंच व सचिव ने मिलकर स्वच्छ भारत मिशन के तहत पंचायत में शैचालय बनाने के नाम आधे-अधूरे शौचालयों को पूर्ण बताते हुए न केवल अपनी जेब भरी बल्कि, अपने उच्चधिकारियों को भी अंधेरे में रखकर इस योजना को ही कालातीत करने में कोई कसर नही छोड़ी। पंचायत में जितने शौचालयों को कागजी कार्यवाही में पूर्ण बताया गया है। दराअसल वह आज भी अधूरे पडे हुए है किसी में दरवाज नहीं तो किसी की टंकी ही नहीं खोदा जा सका हैं। जबकि इस पंचायत को रूर्बन मिशन के अंतर्गत कलस्टर मुख्यालय बनाया गया है। और इस पंचायत में करोड़ों के निर्माण कार्य भी चल रहे हैं। लेकिन पंच और यहॉ तैनात सचिव ने जो कागजी कारनामा किया है वह किसी से शायद ही छीपा होगा। बावजूद इसके अब तक कोई अधिकारी इस ओर ध्यान क्यों नहीं दे रहा यह समझ से परे हैं। यही नहीं इस पंचायत में पिछले तीन-चार वर्षो में जितने निर्माण कार्य हुए है। उसकी जांच हो जाए जो बहुत कुछ सामने निकलकर आ सकता है।
पंचायत में जो भी काम हो रहा वो सिर्फ़ दिखावा
इस पंचायत के ग्रामीणों ने कहा कि, हम यह नहीं कर रहे है कि, पंचायत में काम नहीं हो रहा, लेकिन जो काम हो रहे है। वे केवल अधिकारियों व राजनेताओं को दिखावे के लिए हैं। यदि उन योजनाओं की हकीकत जाननी हो तो मुख्य सड़क से हटकर गलियों में छांकने की जरूरत हैं। जहॉ इसकी हकीकत समाने आ जाएगी। वहीं कुछ पंचायत प्रतिनिधियों ने बताया कि, हमारी तो सचिव सुनता ही नही और कुछ कहने पर हो जाएगा कहते हुए हमारी बात टाल देता हैं। लेकिन हमारे वार्डो की स्थिति देखकर समझा जा सकता है कि, इस पंचायत में केवल नाम बड़ा है लेकिन काम कौड़ी का नहीं। हांलाकि कुछ घरों में शौचालय का स्ट्रक्चर खड़ा तो कर दिया है, ले महीनों बाद भी इनमें दरवाजे नहीं लगाए जा सकते है। जिसके चलते ग्रामीणों ने तो अब सचिव व पंचायत प्रतिनिधियों को कुछ कहना ही बंद कर दिया हैं। और वे शैचालय के दरवाजे में कपड़ा ढांगकर इसका उपयोग करने मजबूर हैं।