छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

भाजपाई नेता ने किया भाजपा पार्षद के घर हमला

सुरेखा भाजपा नेताओं के साथ पहुंची कोतवाली

भिलाई। प्रदेश में सत्ता जाते ही भाजपा में अब एक जुटता नही दिखाई पड़ रही है। आपस में ही लडने, और गुबाजी करने में व्यस्त है। अभी कुम्हारी की घटना थमी भी नही थी कि जिसमें एक मारपीट को लेकर वहां भाजपा और कांगे्रसी आमने सामने थे और दो दिनों तक भारी हंगामा होता रहा। फिर आज एक नया मामला नगर में सामने आया है जिसमें हुडकों की एक पार्षद के यहां एक भाजपा नेता ने ही हमला कर दिया। इस मामले को लेकर भाजपा महिला पार्षद ने अपने कई भाजपा नेताओं के साथ कोतवाली थाना पहुंचर उक्त भाजपा नेता की शिकायत कर कार्यवाही करने कहा है। भाजपा पार्षद को घटना की जानकारी उस समय हुई जब वह सुबह पांच बजे उठकर मंदिर जाने के लिए निकली तो देखी तो उसके घर के खिड़की का कांच टूटकर निचे बिखरा पड़ा था। उसके बाद वह जब पडोंसी का सीसीटीव्ही कैमरा में जांच की तो उसको दिखाई दिया कि भाजपा नेता विजय शुक्ला अपने एक्टिवा पर सवार होकर आये और वे पार्षद श्रीमती सुरेखा खटी के घर पत्थर से हमला कर रहे है, जिसमें पहला पत्थर दिवाल पर लगा एवं दूसरा पत्थर खिड़की के कांच पर लगा और वह टूटकर निचे बिखर गया। पत्थर मारते हुए शुक्ला जोर जोर से चिल्ला रहा था कि तू बाहर आजा मैं तुझे काट दूंगा।

उसके बाद पार्षद सुरेखा खटी ने इसकी जानकारी अपने पार्टी के अन्य लोगों को जानकारी दी और उसके बाद पार्षद श्रीमती खटी ने वार्ड 69 के पार्षद दिनेश यादव , लल्लन मिश्रा, संघ के नेता विजय अग्रवाल एवं महराष्ट्र मंडल के अनिल पाटिल एवं अन्य महिला कार्यकर्ताओं के साथ कोतवाली थाना पहुंचकर अपने ही पार्टी के नेता विजय शुक्ला उर्फ कोति के विरूद्ध थाना प्रभारी से शिकायत करते हुए घटना की पूरी विस्तृत जानकारी दी और पुलिस को बताया कि विजय शुक्ला इससे पहले भी कई बार हमला कर चुका है, मैं और हमारे पति यहां अकेले रहते है, हमारी जान को खतरा है। उन्होंने पुलिस को बताया कि विजय शुक्ला इसके पहले रहे पार्षदों का पोस्टर भी कई बार फाड़चुका है। वहीं विजय अग्रवाल ने पुलिस से कहा कि यह आपके थाने का निगरानी शुदा बदमाश है, आप इसके विरूद्ध सख्त कार्यवाही करें एवं महाराष्ट्र मंडल के अनिल पाटिल ने घटना की निंदा की है।

मुझे अपनी गलती का एहसास हो गया

भाजपा पार्षद सुरेखा खटी के यहां पत्थर से हमला करने वाला भाजपा नेता ने अपनी बात रखते हुए कहा कि मैं थोड़ा हराशमेंट हो गया था, जब भी सुरेखा को नमस्ते कहता था तो वह जवाब नही देती थी। मुझे अपनी गलती का एहसास हो गया और मैं उनके यहां माफी मांगने गया था लेकिन वे लोग सीधे थाने पहुंच गये।

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