#SarkarOnIBC24: राजनीति की मंडी में मर्यादा तार-तार, ‘कंगना’ पर बोल..कांग्रेस का सेल्फ गोल, मंडी में भाव पूछकर फंस गई Congress
नई दिल्ली: Lok Sabha Election 2024 बॉलीवुड और पॉलिटिक्स जब-जब एक साथ आते हैं, तब-तब हेडलाइन्स तो बनती ही है और इसी कड़ी में फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत की राजनीति में औपचारिक एंट्री हो चुकी है। उन्हें बीजेपी ने हिमाचल प्रदेश के मंडी से अपना उम्मीदवार बनाया है, लेकिन इसके बाद कांग्रेस ने ऐसा सेल्फ गोल किया कि अब पूरी पार्टी बैकफुट पर है और मामला चुनाव आयोग तक भी पहुंच चुका है।
Lok Sabha Election 2024 देश लोकसभा चुनाव की दहलीज पर है और बीजेपी के सामने एक बड़ी चुनौती ये है कि 10 साल की सरकार चलाने के बाद एक बार फिर से उसने खुद के लिए 400 पार का टारगेट रखा है…लेकिन इस चुनौती को आसान करने में न सिर्फ बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता लगे हैं बल्कि बीजेपी के 400 पार के नारे को सफल बनाने में कांग्रेस पार्टी भी पूरी तन्मयता से लगी है।
दरअसल बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री कंगना रनौत को बीजेपी ने हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है। जिसके बाद कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने इंस्टाग्राम पर कंगना को लेकर एक पोस्ट किया। और कैप्शन में लिखा ‘क्या भाव चल रहा है मंडी में कोई बताएगा’ इस पोस्ट के बाद तो सियासी बवाल मच गया। सुप्रिया श्रीनेत और कांग्रेस पर महिला विरोधी होने का आऱोप लगा। कंगना ने स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए X पर लिखा, ”प्रिय सुप्रिया जी, एक कलाकार के रूप में मैंने अपने करियर के पिछले 20 साल में हर तरह की महिलाओं का किरदार निभाया। क्वीन में एक भोली-भाली लड़की से लेकर धाकड़ में जासूस तक, मणिकर्णिका में एक देवी से लेकर चंद्रमुखी में राक्षस तक।
रज्जो में एक प्रॉस्टिट्यूट से लेकर थलाइवी में एक क्रांतिकारी नेता तक। हमें अपनी बेटियों को पूर्वाग्रहों के बंधनों से मुक्त करना चाहिए। हमें महिला के शरीर के अंगों के बारे में जिज्ञासा रखने से ऊपर उठना चाहिए। साथ ही हमें यौनकर्मियों के चुनौतीपूर्ण जीवन या परिस्थितियों को लेकर इस प्रकार के अपशब्दों के इस्तेमाल से बचना चाहिए। हर महिला अपनी गरिमा की हकदार है।” यानी कंगना ने न सिर्फ कांग्रेस पर हमला किया बल्कि कामकाजी महिला वर्ग, यौनकर्मियों और महिलाओं को लेकर किए जाने वाले BELOW THE BELT कमेंट को भी मुद्दा बनाकर कांग्रेस को पूरी तरह से बैकफुट पर ढकेल दिया। विवाद बढ़ा तो सुप्रिया के अकाउंट से पोस्ट डिलीट कर दी गई। सुप्रिया श्रीनेत ने दावा किया कि उनके सोशल मीडिया अकाउंट का एक्सेस कई लोगों के पास है। इसमें से किसी व्यक्ति ने आज एक बेहद घृणित और आपत्तिजनक पोस्ट किया था। उन्हें जैसे ही पता चला ये पोस्ट हटवा दी गई।
लेकिन सुप्रिया श्रीनेत के पोस्ट डिलीट करने से बात बनी नहीं…कांग्रेस की तरफ से इस बार सेल्फ गोल खुद उनकी तेजतर्रार प्रवक्ता ने किया था…बीजेपी को बैठे बिठाए मुद्दा मिल गया…और इस मुद्दे को बीजेपी अब 2024 के चुनाव में भुनाने में लगी हुई है. ये कोई पहला मौका नहीं है जब पार्टी के जिम्मेदारों ने ही कांग्रेस को मुश्किलों में डाला हो…इससे पहले कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपत्नि कह दिया था..हालांकि बाद में अच्छी हिंदी नहीं होने का हवाला देकर अधीर रंजन चौधरी ने माफी मांग ली थी लेकिन इससे कांग्रेस की काफी किरकिरी हुई थी, लेकिन सुप्रिया श्रीनेत तो राजनीति में आने से पहले पत्रकार रही हैं और न सिर्फ पत्रकार बल्कि कई बड़े संस्थान में शीर्ष पद यानी संपादक तक की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं। शब्दों का चयन और उसकी टाइमिंग उनसे बेहतर और कौन समझ सकता है लेकिन उनसे इस तरह की गलती होना हैरान करने वाला है।
कुल जमा जोड़ ये कि बीजेपी ने कंगना को मंडी से टिकट दिया। कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने मंडी से भाव पूछकर सेल्फ गोल किया और अब 24 के चुनाव से पहले बीजेपी को बैठे-बिठाए मुद्दा मिल गयातो सवाल ये भी है कि क्या ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ का नारा केवल इवेंट मैनेजमेंट भर है? और सवाल ये भी है कि क्या 24 में वापसी की उम्मीद लगाए बैठी कांग्रेस की नैया में उसी के नेता तो छेद नहीं कर रहे ? इस पर कांग्रेस को गंभीरता से विचार करना ही होगा। वरना सत्ता से दूर तो कांग्रेस हो ही चुकी है। सबसे बड़े विपक्षी दल का बचा खुचा दर्जा छिनने में भी वक्त नहीं लगेगा।