#SarkaronIBC24: MP की इन 6 सीटों में क्यों फंसा पेच? क्या गुना में भारी पड़ सकती हैं अरुण यादव के नाम पर लोकल नेताओं में नाराजगी? देखें ‘सरकार’
#SarkaronIBC24: भोपाल। देर से ही सही आखिरकार मध्यप्रदेश की कई सीटों पर लोकसभा चुनाव की तस्वीर साफ हुई.. कांग्रेस ने शनिवार देर रात चौथी लिस्ट में मध्यप्रदेश के 12 प्रत्याशियों के नामों का एलान कर दिया.. इसमें राजगढ़ से दिग्विजय सिंह, भोपाल से अरूण श्रीवास्तव, रतलाम से कांतिलाल भूरिया और इंदौर से अक्षय बम को टिकट दिया गया… लेकिन इसके बाद भी मध्यप्रदेश की 6 सीटें बाकी है जहां कांग्रेस को अपने उम्मीदवार घोषित करने हैं… आखिर क्या वजह है कि कांग्रेस में एक बार फिर सीटों पर पेंच फंस गया है… इसी का विश्लेषण करती देखिए हमारी ये खास रिपोर्ट….
विधानसभा चुनाव में करारी हार झेल चुकी कांग्रेस लोकसभा चुनाव में फूंक-फूंककर कदम रख रही है.. बीजेपी के 400+ और मध्यप्रदेश की सभी 29 सीटें जीतने के टार्गेट ने उसकी चुनौती बढ़ा दी है… यही वजह कि मध्यप्रदेश के उम्मीदवारों के एलान में कांग्रेस को इतना ज्यादा वक्त लिया.. कांग्रेस अब तक 29 में से 22 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर चुकी है.. लेकिन इसके बाद भी 6 सीटों पर तस्वीर साफ होना बाकी है… ये सीटें हैं.. गुना, विदिशा, ग्वालियर, मुरैना, खंडवा और दमोह.. वहीं खजुराहो सीट कांग्रेस ने सपा के लिए छोड़ी है…. हर किसी के मन में एक ही सवाल है कि कांग्रेस ने आखिर इन 6 सीटें होल्ड क्यों कि इन सीटों पर कहां पेंच फंस रहा है… चलिए सिलसिलेवार आपको समझाते हैं इसकी वजह-
#SarkaronIBC24: गुना में अरुण यादव के नाम पर स्थानीय नेताओं में नाराजगी के बाद पार्टी नए सिरे से विरेंद्र रघुवंशी, राव यादवेंद्र सिंह के नाम पर विचार कर रही है… विदिशा से देवेंद्र पटेल के चुनाव नहीं लड़ने के फैसले के बाद पार्टी पूर्व सांसद प्रताप भानू शर्मा और रिटायर्ड विंग कमांडर अनुमा आचार्य के नाम पर चर्चा कर रही है… खंडवा से कांग्रेस अरुण यादव और उन्हीं के बताए दावेदार नरेंद्र पटेल के नाम पर फैसला लेने जा रही है.. मुरैना में जातिगत समीकरण साधने के लिहाज से कांग्रेस पंकज उपाध्याय, सत्यापाल सिंह सिकरवार या बसपा नेता बलबीर सिंह डंडोतिया के नाम पर मुहर लगा सकती है… दमोह से पार्टी कांग्रेस विधायक रामसिया भारती और रंजीता पटेल में से किसी एक को फायनल करने जा रही है…वहीं ग्वालियर में कांग्रेस जातिगत समीकरण साधने के नाते पूर्व विधायक प्रवीण पाठक, युवा कांग्रेस नेता मितेंद्र दर्शन सिंह और रामसेवक बाबूजी में से किसी का नाम तय कर सकती है…
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जीतू पटवारी कांग्रेस की सीटों पर फंसे पेंच के जहां 27 मार्च तक सुलझने का दावा कर रहे हैं.. वहीं बीजेपी को कांग्रेस पर निशाना साधने का मौका मिल गया है… कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस की लिस्ट पर तंज कसते हुए कहा.. कि कांग्रेस को प्रत्याशी नहीं मिल रहे उनकी जमानत जब्त होना तय है…
कांग्रेस के लिए ये चुनाव आसान नहीं है.. विधानसभा चुनाव में हार के महज 5 महीने के बाद ही उसे लोकसभा चुनाव के रण में उतरना है ऐसे में वो हर कदम फूंक-फूंककर रख रही है… लेकिन पार्टी के अंदरखाने में एक चिंता इस बात की भी है कि अगर प्रत्याशियों के चयन में इतना ज्यादा वक्त लिया गया तो कांग्रेस प्रत्याशी.. प्रचार में बीजेपी से पिछड़ भी सकते हैं….
इलेक्शन डेस्क, आईबीसी24