नाली में कचरा फेंकने वालो के विरूद्व होगी कार्यवाही
नाली में कचरा फेंकने वालो के विरूद्व होगी कार्यवाही
भिलाई। नाली में कचरा डालकर जाम करने वाले के विरूद्व निगम द्वारा जुर्माने की कार्यवाही की जायेगी। नाली के उपर किये गये अतिक्रमण को चिन्हित कर बेदखली की कार्यवाही करें ताकि पानी जाम की स्थिति न रहे और डेंगू मलेरिया जैसे बिमारियो से बचा जा सके।
निगम आयुक्त देवेश कुमार ध्रुव ने बुधवार को निगम सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में अधिकारियो को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी जोन अपने क्षेत्र के नालियो के चोक प्वांइट को चिन्हित कर सफाई करें ताकि पानी जाम न रहे। नालियो की सफाई होने के बाद नाली में कचरा फेंककर जाम करने वाले के विरूद्व जुर्माने की कार्यवाही करें। इसी प्रकार नाली के उपर अतिक्रमण कर अवैध निर्माण पाये जाने पर उसे तत्काल बेदखल करे, ताकि नालियो की गहराई से सफाई हो सके और जलजनित बिमारियो की आशंका से बचा जा सके। मच्छरों को रोकथाम के लिए क्षेत्र में दवा का छिड़काव हो।
आगामी ग्रीष्म ऋतु में लोगो को पर्याप्त पीने का पानी मिले इसके लिए आवश्यक है कि पेयजल आपूर्ति हेतु बिछाये गये पाईप लाईन का सभी जोन आयुक्त जॉच कर लिकेज पाये जाने की स्थिति में संधारण कार्य पूर्ण करवा लें ताकि आखरी छोर तक पानी पहुंचे। जिस किसी भी क्षेत्र के पेयजल की जॉच के दौरान पानी दुषित पाया जाता है तो वहॉ तत्काल आवश्यक उपचार कर पानी को पीने योग्य बनाये। स्वास्थ्य विभाग मितानीनो के साथ मिलकर मोहल्लो मे सर्वे करके यह सुनिश्चित कर ले की वहॉ डायरिया, डेंगू जैसे बिमारी का प्रभाव तो नही हो रहा है एवं इसके मरीज पाये जाने पर तत्काल उपचार किया जाये।
आयुक्त श्री ध्रुव ने प्रधानमंत्री आवास योजना, सांसद एवं विधायक निधि के अप्रारंभ कार्य, डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन, जल जमाव वाले क्षेत्रो की पहचान, डेंगू तथा जलजनित बिमारियो की रोकथाम के लिए प्रचार-प्रसार, उद्यानो में मच्छरो की रोकथाम पेड़ो की छटाई आदि विषयो पर बैठक में विस्तृत समीक्षा किये। पेयजल की शिकायत के लिए-हेल्प डेस्क
आयुक्त ने गर्मी के दिनो में निगम क्षेत्र से पेयजल संबंधी शिकायत को दर्ज करने निगम मुख्य कार्यालय में हेल्प डेस्क की स्थापना किये है। जिसका दुरभाष क्रमांक- 07882294303 है। जिनमें सम्पर्क कर नागरिक अपनी पेयजल संबंधी शिकायत दर्ज करवा सकते है।
बैठक मे अपर आयुक्त, उपायुक्त, अधीक्षण अभियंता, जोन आयुक्त, कार्यपालन अभियंता, स्वास्थ्य अधिकारी, सहायक अभियंता, जोन स्वास्थ्य अधिकारी सहित सभी विभाग प्रमुख उपस्थित थे।