वन माफिया एवं माचकोट रेंज के बीच भिड़ंत एवं पत्थरबाजी Clashes and stone pelting between forest mafia and Machkot range

वन माफिया एवं माचकोट रेंज के बीच भिड़ंत एवं पत्थरबाजी।
जगदलपुर:- ओडिशा और छत्तीसगढ़ का सीमावर्ती क्षेत्र बस्तर जिले का माचकोट रेंज लगभग 30 हजार हेक्टेयर में फैला हुआ है, जहां वन्य संपदा से संपूर्ण क्षेत्र मौजूद है। इस जंगल में साल, सागोन, महुआ , चिरौंजी, इत्यादि जैसे बेशकीमती वृक्ष मौजूद है।
चंद पैसों की लालच में वन संपदा की लूट करने के उद्देश्य के साथ वन माफिया बेशकीमती वृक्षों को काट कर नुकसान पहुंचा रहे है। माफिया द्वारा दो अलग राज्यों की सीमावर्ती क्षेत्र होने की वजह से जंगल काटकर बेशकीमती पेड़ों को रात को चोरी चुपके ले जाकर सजावटी फर्नीचर, भवन निर्माण हेतु चौखट, दरवाजे, खिड़की इत्यादि बनाकर ऊंची कीमतों पर बेचने का गोरख धंधा करते हैं।
इन्हीं वन माफियों को रोकने के लिए वन विभाग ने कमर कस लिया है। रविवार रात्रि माचकोट रेंज के रेंजर एवं कर्मचारियों द्वारा गस्त के दौरान वन माफियों से भिड़ंत हो गई, जिसमे मारपीट गाली गलोच एंवम पत्थरर बाजी हुई है। इस दौरान वन विभाग के कर्मचारी अपनी जान की परवाह करे बगैर वन संपदा को बचाने की कोशिश में गंभीर रूप से घायल हुए हैं। जिसमे एक चौकीदार दशरथ मचकोटी को गंभीर चोट लगी हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार घायल वन विभाग के कर्मचारियों का उपचार किया गया है, फिलहाल चोटिल कर्मचारी खतरे से बाहर है।
माचकोट रेंजर संजय रावतया ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि इस कार्रवाई के दौरान ओडिशा फारेस्ट डिपार्टमेंट का पूरा सहेयोग प्राप्त हुआ l