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घर से 260 KM दूर पहुंची महिला, चौराहे पर रहकर 45 दिन में कमाए लाखों रुपये, कहानी सुन सन्न रह गए अधिकारी

इंदौर. इंदौर के लवकुश चौराहे पर पुलिस प्रशासन ने एक महिला को पकड़ा. महिला अपनी बेटी के साथ भीख मांग रही थी. नगर निगम के सहयोग से एक एनजीओ ने जैसे ही महिला को पकड़ा तो उसका जवाब सुनकर सब हैरान रह गए. महिला का कहना था कि वह कोई गुनाह नहीं कर रही है, सिर्फ भीग ही मांग रही है. महिला का पति इस दौरान एक दो बेटों को लेकर फरार हो गया. पूछताछ में महिला ने अपना नाम इंदिरा बाई बताया. महिला पांच बच्चों की मां है. दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी ने भिक्षा-मुक्त भारत अभियान छेड़ा है. इसी क्रम में इंदौर कलेक्टर कलेक्टर आशीष सिंह ने बाल भिक्षावृत्ति रोकने के लिए निर्देश दिए हैं. एनजीओ प्रवेश की प्रमुख रुपाली जैन ने इंदिरा नामक महिला को बच्ची के साथ पकड़ा था. लखपति भिखारी महिला पर जेजे एक्ट की गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है. महिला के बच्चों को बाल सर्वेक्षण गृह में भर्ती कराकर काउंसलिंग की जा रही है. वहीं, इस मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मध्य प्रदेश सरकार को नोटिस जारी करते हुए चार सप्ताह में रिपोर्ट मांगी हैपूछताछ से महिला ने कई हैरान करने वाले खुलासे किए. पूछताछ में महिला ने बताया कि 45 दिन में उसने 2.5 लाख रुपये की कमाई की है. महिला मूलरूप से राजस्थान के कोटा जिले के कलमंडा गांव की रहने वाली है. वह लंबे समय से भिक्षावृत्ति का कार्य कर रही है. इतना ही नहीं, महिला के पास बाइक और 20 हजार की कीमत का स्मार्टफोन भी मिला. गांव में खेती और पक्का मकान भी है. महिला के नाम लाइसेंस भी है लेकिन उसे बाइक चलाना नहीं आता. लाइसेंस कैसे बनवाया, यह जांच का विषय है.महिला और उसका परिवार भिक्षावृत्ति से जो पैसे कमाती थी, उसका हिसाब-किताब अनोखे अंदाज में रखती थी. महिला अपनी कमाई का पैसा अपने पास, पति का हिस्सा पति के पास और बच्चों की कमाई बच्चों के पास रहने देती थी. इंदिरा पर जैसे ही कार्रवाई की भनक पति अमरलाल को लगी तो वह अपने दो बेटों के साथ राजस्थान भाग गया. महिला ने बताया कि उसके दो बच्चे राजस्थान में है और वह पिछले आठ साल से भिक्षावृत्ति कर रही है.

महिला ने 1 लाख रुपये सास-ससुर को भेजे
महिला ने हैरान करने खुलासा करते हुए बताया कि उसने 45 दिन में जो 2.5 लाख कमाए हैं, उसमें से एक लाख रुपये अपने गांव में भेजा सास-ससुर को भेज दिए. 50 हजार रुपये की अपने बेटों के नाम बैंक में एफडी कराई है. 50 हजार रुपये खाते में ट्रांसफर किए है और 50 हजार रुपये अपने पास खर्च के लिए रखे हैं. उसने यह भी बताया कि पिछले 7 दिन दिन में 19200 रुपये भिक्षावृत्ति से कमाए हैं. महिला ने बताया कि 15 दिन में वह 30-35 हजार रुपए की कमाई कर लेती है. त्योहार या शादी सीजन में 15 दिन में 50 हजार रुपये तक की कमाई भिक्षावृत्ति से हो जाती है.

45 दिन में ऐसे जोड़े 2.5 लाख
भीख मांगकर सिर्फ 45 दिन में 2.5 लाख रुपये जोड़ लेने की वजह और दिलचस्प है. दरअसल, उज्जैन में महाकाल लोक बनने के बाद बड़ी तादाद में श्रद्धालु इस इंदौर के लवकुश चौराहे से गुजरते हैं. सुपर कॉरिडोर की तरफ जाने के लिए भी वाहन चालक इसी रूट का इस्तेमाल करते हैं. इंदौर के बाहरी क्षेत्र का यह जंक्शन चौराहा है. इसलिए महाकाल जाने वाले या वहां से लौटकर आने वाले श्रद्धालुओं से ही महिला भीख मांगती थी. मंदिर आने-जाने की श्रद्धा के चलते लोग खुशी से भीख देते थे.

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