छत्तीसगढ़

दिसंबर में क्यों नहीं पड़ रही है कड़ाके की सर्दी, जानें वजह

रायपुर – चक्रवाती तूफान का प्रभाव समाप्त होने के बाद बादल भले ही छंट गए हैं, मगर पश्चिमी विक्षोभ बढ़ती ठंड पर बाधा उत्पन्न करता रहेगा. लगातार बनने वाले सिस्टम की वजह से इस बार कड़ाके की ठंड के लिए जनवरी आने का इंतजार करना पड़ सकता है. प्रदेश में आने वाली नमी युक्त गर्म हवा के प्रभाव से बादल बनने की वजह से सप्ताह का तीसरा और चौथा सप्ताह सामान्य से एक से दो डिग्री अधिक तापमान के साथ गुजरने के आसार हैं.मौसम विशेषज्ञ एचपी चंद्रा के मुताबिक तूफानी बादल छंट चुके हैं. मगर आसमान पूरी तरह साफ नहीं हो पाया है. दो दिन से धूप-छांव का खेल चल रहा है और रात का तापमान सामान्य अथवा उससे एक से दो डिग्री अधिक दर्ज किया जा रहा है. अनुमान है कि बढ़ती ठंड का प्रभाव सोम और मंगलवार की रात महसूस होगा. इसके बाद आने वाले पश्चिमी विक्षोभ के असर से हवा की दिशा में बदलाव बादल लेकर आएंगे और रात के तापमान के लुढ़कने का दौर ठहर जाएगा.इसके बाद आने वाले दिनों में थोड़े अंतराल के बाद कभी कम तो कभी ज्यादा असर वाला विक्षोभ बादलों की बाधा पैदा करता रहेगा और दिसंबर कड़ाके की ठंड के बिना ही बीतने का अनुमान है. मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा जारी किए जाने वाले पूर्वानुमानों के मुताबिक दिसंबर के बाकी दिनों में न्यूतनम तापमान के सामान्य से नीचे जाने की गुंजाइश कम है. सामान्यतः रात का पारा सामान्य से एक से दो डिग्री अधिक रहने के आसार हैं.

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