छत्तीसगढ़
स्वामी आत्मानंद स्कूल सरकंडा की प्राचार्या ने लिखा थाना प्रभारी को पत्र, सीसीटीवी फुटेज ने खोली स्कूल प्रबंधन की पोल शहर के ह्रदयस्थल पर स्थित विद्यालय स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट शास. बालक उच्च. मा. वि. सरकंडा स्कूल का एक वीडियो व्हाट्सएप में वायरल हो रहा है जिसमें विद्यालय के ही एक बच्चे द्वारा स्कूल के नल के टोटी को चोरी किया जा रहा है। अब इसे बच्चे की बदमाशी कहिए या स्कूल प्रबंधन की लापरवाही पर शासकीय संपत्ति को नुकसान तो पहुंचाया जा रहा है। स्कूल के बच्चे द्वारा टोटी चोरी का वीडियो जारी होने के बाद पता करने पर विश्वस्त सूत्रों से जानकारी मिली की स्कूल की प्राचार्य श्रीमती चंद्रवती वैश्य ने सरकंडा थाना प्रभारी को विद्यालय में हुई चोरी की सूचना एवं आवश्यक कार्यवाही की मांग करते हुए पत्र जारी कर दिया है। एक उत्कृष्ट विद्यालय जहां बच्चों के माता पिता अपने बच्चे को अच्छी शिक्षा देने के लिए भेज रहे है वहां बच्चे की एक बदमाशी पर उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही के लिए पत्र जारी करना कितना सही है ये तो विभाग के आला अधिकारी ही बता पाएंगे। पर अपने आप में यह पहली और अनोखी घटना है जिसमें विद्यालय के प्रबंधन ने अपनी कमियों का सारा ठीकरा एक बच्चे पर फोड़ दिया है। जहां एक ओर शासन ने किसी भी बच्चे को किसी भी तरह का दंड न देने का सख्त नियम बनाया है ताकि बच्चे का सर्वांगीण विकास हो सके वहीं इस तरह के वीडियो से बच्चों के दिमाग पर कितना गलत मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ेगा इसके बारे में सोचे बिना थाना प्रभारी को कार्यवाही के लिए ऐसा पत्र जारी करना स्कूल प्राचार्य के प्रबंधन की कमी दर्शाता है। पंडित रामदुलारे दुबे के नाम से मशहूर इस विद्यालय की छवि लगातार धूमिल होते जा रही है और यह विद्यालय आए दिन सुर्खियों में बना रहता है। इससे पहले भी विद्यालय में चोरी की घटना हुई थी जिसके बारे में 20 अगस्त को शहर के प्रतिष्ठित अखबार में खबर भी छपी थी। स्कूल से कीमती सामान चोरी होना, अव्यवस्था का होना, स्कूल के कबाड़ रूपी लाखों के फर्नीचर को पूरा गायब करवा देना जैसे बड़े बड़े मुद्दे छोड़कर नल टोटी चोरी होने पर एक प्राचार्य के द्वारा पुराने सभी मामलों पर लीपा पोती करते हुए थाना प्रभारी को ऐसा पत्र व्यवहार कर अपनी पुरानी सभी गलतियों पर पर्दा डालने की कोशिश मात्र दिखाई पड़ता है।
