छत्तीसगढ़

मतदान के लिए तैयार की जा रही है ईव्हीएम मशीनें। कलेक्टर ने कमीशनिंग प्रक्रिया का लिया जायजा। प्रेक्षकों एवं प्रत्याशियों की मौजूदगी में शुरू हुई कमीशनिंग।

भूपेंद्र साहू।
ब्यूरो चीफ बिलासपुर।
मो.- 9691444583
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जिले में 17 नवम्बर को होने वाले मतदान के लिए तैयारियां जोरो से चल रही है। कोनी स्थित शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज में बनाये गये स्ट्रांग रूम में आज से ईव्हीएम मशीनों को मतदान के लिए तैयार करने की प्रक्रिया शुरू हो गयी। ईव्हीएम मशीनों को मतदान के लिए तैयार करना कमीशनिंग कहलाता है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री अवनीश शरण ने सभी विधानसभाओं के लिए निर्धारित कक्षों का निरीक्षण कर कमीशनिंग का जायजा लिया।
कलेक्टर ने कमीशनिंग के कार्य में पूरी सावधानी बरतने के निर्देश दिए। कमीशनिंग की प्रक्रिया भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जिले के लिए नियुक्त सामान्य प्रेक्षक उदयन मिश्रा एवं राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों की मौजूदगी में हुई।
सभी मशीनों की कमीशनिंग प्रक्रिया तीन से चार दिन तक चलेगी। सेक्टर अधिकारियों को कमीशनिंग दल का प्रभारी बनाया गया है उनके साथ दो सहायकों की भी ड्यूटी भी कमीशनिंग कार्य के लिए लगायी गयी है। कमीशनिंग की प्रक्रिया में सबसे पहले बैलेट यूनिट की कमीशनिंग की जाती है। कमीशनिंग के दौरान सभी मतदान केंद्रों में जाने वाली बीयू में बैलेट पेपर लगाने की प्रक्रिया शुरू की गई। कमीशनिंग के दौरान सीयू में पिंक पेपर सील लगाई गई। पिंक पेपर सील पर संबंधित आरओ, अभ्यर्थी अथवा उनके प्रतिनिधि और ईसीआईएल के इंजीनियर ने अपने हस्ताक्षर किये। कैंडिडेट सेट करते समय सीयू, बीयू और वीवीपेट को एक साथ जोड़ा गया। कैडिंडेट सेट नोटा बटन दबाकर किया जाता है। इसके बाद मॉक पोल कर सत्यता की जांच की गई। सीलिंग प्रक्रिया के दौरान सीयू के स्विच को ऑफ रखा गया। वीवीपैट में थर्मल पेपर रोल लगाया गया। बैटरी इंस्टॉल करके वीवीपैट में सिंबल लोडिंग जिग मशीन की सहायता से ईसीआईएल के इंजीनियर द्वारा की गई। इसके साथ ही ईवीएम नंबर, बीयू, सीयू नंबर, उनके बैटरी नंबर, वीवीपैट नंबर, रजिस्टर में दर्ज किये गये। कमीशनिंग के दौरान भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से नियुक्त इंजीनियर भी उपस्थित रहे। नगर निगम कमिश्नर कुणाल दुदावत, उप जिला निर्वाचन अधिकारी शिवकुमार बनर्जी भी निरीक्षण के दौरान मौजूद थे।

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