भाजपा के नये मापदंड से कईयों के दिल के अरमां आंसुओं में बह गए

अब नौजवानों के हाथों होगी भाजपा संगठन की कमान
वरिष्ठों के साथ तालमेल गड़बड़ाने की संभावना
क्योंकि 35 से 40 साल के नेताओं को बनाया जाएगा मंडल अध्यक्ष
भिलाई। भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृतव के जिला संगठन एवं मंडल अध्यक्ष के लिए नये मापदंड से भाजपा के कई नेताओं के दिल के अरमा आंसुओं में बह गये। क्योंकि जिला और मंडल अध्यक्ष पद के लिए पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने मापदंड के अनुसार जिलाध्यक्ष पद के लिए अधिकतम 50 वर्ष की आयु सीमा निर्धारित कर दी गई है। वहीं 35 से 40 साल के उम्र के नेताओं को ही मंडल अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिलेगी।
भाजपा के सदस्यता अभियान के बाद शुरू हो चुके भाजपा संगठन चुनाव के लिए पद के साथ उम्र का मापदंड तय कर दिया गया है। भाजपा के स्थानीय नेताओं के साथ ही भिलाई जिला संगठन के लिए नियुक्त चुनाव अधिकारी गिरधर गुप्ता और सह चुनाव अधिकारी डॉ जय कुमार शर्मा के लिए शीर्ष नेतृत्व द्वारा तय उम्र मापदंड क मुताबिक जिला व मंडल अध्यक्षों का चयन करना आसान नहीं रहेगा। दरअसल इस बार संगठन चुनाव के लिए भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने उम्र का पैमाना तय किया है। जिसके अनुसार मंडल अध्यक्ष का दायित्व उसी को सौंपा जाएगा जो 35 से 40 साल उम्र के बीच का रहे। जिलाध्यक्ष के लिए भी 50 वर्ष की अधिकतम सीमा तय की गई है। ऐसे में मौजूदा संगठन के दूसरी पंक्ति के नेताओं की मजबूत दावेदारी स्वत: ही खत्म हो जाएगी। इस स्थिति में तीसरे और चौथी पंक्ति के नेताओं को सीधे मंडल अध्यक्ष का दायित्व सौपें जाने से उनका वरिष्ठों के साथ तालमेल गड़बड़ाने की संभावना से इंकार नहीं किया जा रहा है। इसके अलावा 35 से 40 वर्ष उम्र के नेताओं के बीच सही नेतृत्वकर्ता को मंडल संगठन की कमान सौंपने में भी चुनाव अधिकारियों को दिक्कत पैदा हो सकती है।
गौरतलब रहे कि वर्तमान में भिलाई जिला संगठन के दायरे में 10 मंडल है। इसमें सुपेला, वैशाली नगर, कैम्प, खुर्सीपार, पूर्व पश्चिम, रिसाली, जामुल, चरोदा और कुम्हारी मंडल शामिल है। इन सभी मंडलों में अब तक वरिष्ठ नेताओं को अध्यक्ष बनाने की अघोषित परंपरा रही है। ज्यादातर वर्तमान मंडल अध्यक्ष 40 साल की आयु सीमा पार कर चुके हैं। लिहाजा ऐसे नेताओं की फिर से ताजपोशी नये नियम लागू होने पर कतई संभव नहीं हो पाएगी।
जिलाध्यक्ष के पद पर 50 साल की आयु सीमा के अंदर का ही व्यक्ति काबिज हो सकेगा। जबकि भिलाई जिला संगन के वर्तमान अध्यक्ष सांवलाराम डाहरे 60 साल की उम्र पार कर चुके हैं।
उनकी कार्यकारिणी में दूसरी पंक्ति के पदाधिकारियों में सुमार महत्वपूर्ण पदों में काबिज नेताओं में सभी अनेक उम्र का पचासवां पड़ाव पार कर चुके हैं। श्री डाहरे के पहले जिला अध्यक्ष का दायित्व निभा चुके रामआसरे दुबे, ओपी वर्मा की भी इस पद पर वापसी अब नहीं नजर आ रही है।
भाजपा संगठन चुनाव के लिए अधिकृत चुनाव अधिकारी गिरधर गुप्ता और उनके सहायक डॉ जय प्रकाश शर्मा ने पूर्व में ही इस बात का संकेत दे दिया है कि संगठन चुनाव आम सहमति के आधार पर होगा। लेकिन जिस तरीके से उम्र का मापदंड लागू किया जाना है, उसे वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में कनिष्ठों को नेतृत्व प्रदान करने की सहमति बनाना आसान नही माना जा रहा है।
दिल से अरमां आंसुओं में बह गए
संगठन चुनाव की कवायद शुरू होते ही भिलाई जिला अध्यक्ष पद के लिए अनेक दावेदारों के नाम चर्चे में आ रहे थे। इनमें ज्यादातर ऐसे नेता है जो जिलाध्यक्ष सांवलाराम डाहरे की कार्यकारिणी में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। लेकिन शीर्ष नेतृत्व ने जिस तरीके से जिलाध्यक्ष बनने की आयु सीमा अधिकतम 50 वर्ष तय कर दिया है उससे अनेक दावेदारों के दिल के अरमां आंसुओं में बह गए हैं। ये ऐसे दावेदार थे जिनकी उम्र 50 साल से अधिक हो चुकी है लेकिन इस बार जिला अध्यक्ष बनने का सपना संजोए रखे थे।
युवा मोर्चा को मिलेगा तवज्जो
जिस तरीके से मंडल व जिलाध्यक्ष के लिए आयु सीमा तय की गई है उससे यह लग रहा है कि इन पदों पर युवा मोर्चा में बेहतर प्रदर्शन करने वाले नेताओं को तवज्जो दी जाएगी। भाजपा की युवा इकाई भारतीय जनता युवा मोर्चा में 35 साल तक के युवाओं को रखा जाता है। मंडल अध्यक्ष पद के लिए 35 से 40 वर्ष का मापदंड तय है। ऐसे में युवा मोर्चा के पिछली कार्यकारिणी के अनेक पदाधिकारियों को इस बार मुख्य संगठन का मंडल अध्यक्ष बनाया जा सकता है। इस बात को लेकर पूरे 10 मंडल के युवा मोर्चा अध्यक्ष और उनकी टीम के कई पदाधिकारी उत्साह के साथ लॉबिंग में जुट गए हैं।