छत्तीसगढ़

मतदान केंद्र में चुनाव प्रक्रिया पर पैनी निगाह रखेंगे माइक्रो ऑब्जर्वर। प्रेक्षक को सीधे देंगे मतदान से संबंधित फीड बैक। माइक्रो ऑब्जर्वर्स का प्रथम चरण का प्रशिक्षण संपन्न।

भूपेंद्र साहू।
ब्यूरो चीफ बिलासपुर।
मो.- 9691444583
Smart City bilaspur…
विधानसभा चुनाव के लिए आज मल्टीपरपज स्कूल दयालबंद में माइक्रो ऑब्जर्वर्स का प्रशिक्षण हुआ। प्रशिक्षण में लगभग 500 माइक्रो ऑब्जर्वर्स शामिल हुए। मास्टर ट्रेनर द्वारा आब्जर्वर्स को उनकी भूमिका समझाई गई। नगर निगम कमिश्नर एवं प्रशिक्षण के नोडल अधिकारी कुणाल दुदावत ने प्रशिक्षण कार्यक्रम का जायजा लिया और प्रशिक्षार्थियों को प्रशिक्षण के संबंध में टिप्स भी दिए।
प्रशिक्षण में जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर एमटी आलम एवं शैलेष पाण्डेय द्वारा माइक्रो आब्जर्वर्स को बताया गया कि मतदान स्थलों के सभी गतिविधियों पर निगाह रखने का दायित्व माइक्रो ऑब्जर्वर्स का होता है। वे सीधे प्रेक्षक को मतदान से संबंधित फीडबैक देंगे। उन्हें 18 बिन्दुओं पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होती है। वे पोलिंग पार्टी के सदस्य नहीं हैं। उन्हें पोलिंग बूथ में रैम्प, पानी, विद्युत व्यवस्था, शौचालय आदि की उपलब्धता की जानकारी देनी होती है। मॉकपोल माइक्रो ऑब्जर्वर्स की उपस्थिति में होना अनिवार्य है। मॉकपोेल के समय मतदान अभिकर्ता मौजूद है कि नहीं इसकी रिपोर्ट भी माइक्रो ऑब्जर्वर्स देंगे। साथ ही मतदाता रजिस्टर के बारे में बताया गया। मतदाता रजिस्टर 17क में पहचान, दस्तावेजों की विशिष्टता सावधानी पूर्वक भरी जा रही है कि इसकी भी रिपोर्ट माइक्रो ऑब्जर्वर्स देंगे। फॉर्म 17 ग में दर्ज मतों के लेखों की प्रतियां मतदान अभिकर्ताओं को दिया गया है अथवा नहीं, मतदान की गोपनियता सुनिश्चित करने के लिए मतदान कोष्ठ उपयुक्त ढंग से बनाया गया है अथवा नहीं, यह जानकारी भी माइक्रो ऑब्जर्वर्स अपने रिपोर्ट में सौपेंगे। प्रशिक्षण में एएसडी, दिव्यांग, सीएसवी मतदाता के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई।

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