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स्वरूपानंद महाविद्यालय में किया गया गरबा का आयोजित सौ प्रतिशत मतदान करने का भी किया गया आव्हान

स्वरूपानंद महाविद्यालय में किया गया गरबा का आयोजित सौ प्रतिशत मतदान करने का भी किया गया आव्हान

भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में नवरात्रि पर्व के विशेष अवसर पर विद्यार्थियों को अपनी संस्कृति व परंपरा से जोड़ने के लिए गरबा महोत्सव का आयोजन किया गया। परंपरागत परिधान व आभूषणों से सजे विद्यार्थियों के चहेरे का उल्लास देखते ही बनता था। रंग-बिरंगे रोशनी से सजे पंडाल में बहुरंगी वेशभूषा में सजे विद्यार्थी व गरबा गीतो की ताल-लय के साथ कदम से कदम मिलाते अपने नृत्यकला से विद्यार्थियों ने सबका मन मोह लिया। गरबा पंडाल एवं सेल्फी जोन में मतदाता जागरूकता के पोस्टर एवं स्लोगन लगाये गए। इस गरबा महोत्सव में महाविद्यालय के सभी विद्यार्थियों ने भाग लिया। महाविद्यालय परिसर माँ दुर्गा के जयकारों से गूंज उठा एवं विद्यार्थी अपने युवा होने के दायित्व का निर्वहन करते हुए मतदाता जागरूकता के पोस्टर के साथ गरबा में थिरके तो ऐसा लगा जैसे आज का युवा अपनी संस्कृति के साथ लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। महाविद्यालय की मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. मोनिषा शर्मा ने माँ दुर्गा की पूजा कर गरबा का शुभारंभ किया तथा गरबा प्रतियोगिता आयोजन के लिये महाविद्यालय को बधाई दी व कहा विद्यार्थी इस प्रकार के आयोजन से अपने पर्व व परंपराओं से जुडे़ रहते है। यह हमारी आस्था व विश्वास का पर्व है। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने कहा गरबा से हम मातारानी की आराधना करते है तथा ऐसे आयोजन से सांस्कृतिक विविधता व एक-दूसरे की संस्कृति से परिचित होने का मौका मिलता है। गरबा महोत्सव की मुख्य अतिथी श्रीमती कंचन गुप्ता, मिसेस एलाइट यूनिवर्स 2023 थी। उन्होंने कहा इस प्रकार के आयोजन से प्रतिभाओं को प्रोत्साहन मिलता है। निर्णायक एवं गरबा प्रशिक्षक श्रीमती ज्योति नेमा एवं श्री गिरीश नेमा थे। कार्यक्रम प्रभारी श्रीमती खुशबू पाठक विभागाध्यक्ष, प्रबंधन ने गरबा प्रतिभागियो से कहा की गरबा किसी प्रान्त विशेष का नृत्य न होकर भारत की संस्कृति का परिचायक है। महाविद्यालय द्वारा विद्यार्थियों को गरबा प्रशिक्षण दिया गया जिससे विद्यार्थी गरबा के बारीकियो को समझ कर सुन्दर प्रस्तुति दे सके। प्रशिक्षक ज्योति नेमा ने सभी प्रतिभागियों को तिकड़ी, चौकड़ी, पंजड़ी(डंडिया), छकड़ी, सनेड़ो के प्रत्येक स्टेप को सिखाया गया। इस मौके पर महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा अलग-अलग समूह बनाकर एवं रंग-बिरंगे परिधान में गरबा एवं डांडिया नृत्य प्रतियोगिताओं की प्रस्तुति दी गई काले अंबर में चमकता चांद, रंगे-बिरंगे परिधानों से सजे प्रतिभागी और गुजराती गीतों पर सधे कदमों और डांडियों की खनक के साथ महाविद्यालय का गरबा महोत्सव साकार हो उठा। कहीं रंग बिरंगी चुनरियां उड़ती नजर आईं, तो कहीं डांडिया की करतल ध्वनि जैसे शाम गहराता गया थिरकते कदमों का उत्साह भी पल-पल बढ़ता जा रहा था। कभी हिंदी गीतों ने अपना रंग जमाया, तो कभी गुजराती गीतों पर गरबा हुआ। राजस्थानी गीतों की मधुरता भी गरबा प्रेमियों को थिरका गई, तो पंजाबी बीट्स ने भी विद्यार्थियों को जोश से भर दिया। जैसे ही पंखिड़ा गीत बजना शुरू हुआ, डांडिया की खनक से पूरा मैदान गूंज उठा। किसी की प्रस्तुति मन मोह रही थी, तो किसी के परिधान और खुद को प्रस्तुत करने का ढंग अनोखा था। गरबा प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर विद्यार्थियों को पुरूस्कृत किया गया जो इस प्रकार है- बेस्ट सोलो नृत्य दृ छात्र दृ अंकित टंडन, बीबीए प्रथम सेमेस्टर। छात्रा दृ श्रुति देशमुख, एमएससी तृतीय सेमेस्टर, रसायनशास्त्र। बेस्ट फोटोजेनिक फेस- छात्र दृ शुभम पाण्डे, एमएससी तृतीय सेमेस्टर, रसायनशास्त्र। छात्रा दृ स्नेहा गुहे, बीसीए द्वितीय वर्ष। श्रेष्ठ वेशभूषा दृ छात्र दृ शुभम पाण्डे, एमएससी तृतीय सेमेस्टर, रसायनशास्त्र। छात्रा दृ शैरी जाम्भुलकर, एमएससी प्रथम सेमेस्टर, माइक्रोबॉयोलॉजी। स्टार ऑफ गरबा नाईट- मिताली उमरेदकर, बीबीए पंचम सेमेस्टर। गरबा किंग- श्रवण शर्मा, बीए तृतीय वर्ष। गरबा क्वीन-दीपशिखा कंवर, बीबीए पंचम सेमेस्टर। बेस्ट ग्रुप नृत्य- सिगमा एंड ग्रुप-शुभम पाण्डे, किरण करदा, नितेश नेताम, रसायनशास्त्र, एमएससी तृतीय सेमेस्टर, अनुरूपा बजरंगी, एमएससी तृतीय सेमेस्टर, माइक्रोबॉयोलॉजी, शुभांजली सोनी, एमएससी प्रथम सेमेस्टर, माइक्रोबॉयोलॉजी। कार्यक्रम में मंच संचालन स.प्रा. दीपाली किंगरानी व स.प्रा फिजा परवीन, वाणिज्य ने किया। महाविद्यालय के छात्र एवं छात्राए तथा समस्त प्राध्यापक शामिल हुए।

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