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अरुण वोरा को हराने में जुटे कांग्रेसी कार्यकर्ता

दुर्ग / दुर्ग शहर से अरुण वोरा को कांग्रेस का प्रत्याशी बनाए जाने से दुर्ग शहर के कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में जमकर आक्रोश देखने को मिल रहा है, और इसी आक्रोश के चलते दुर्ग शहर की विधानसभा सीट भाजपा के खाते में जाती दिखाई दे रही है | बताया जा रहा है कि स्वर्गीय मोती लाल वोरा के चलते लम्बे समय से दुर्ग की राजीनीति वोरा परिवार तक सिमटकर रह गई थी, कार्यकर्ताओं को उम्मीद थी की स्वर्गीय मोती लाल वोरा के चले जाने के बाद वोरा निवास से बाहर निकलर कांग्रेस पार्टी के केन्द्रीय और प्रदेश पदाधिकारी शहर के युवा कार्यकर्ताओं को मौका देंगे, कार्यकर्ताओं की उम्मीदें उस समय और प्रबल हो गई जब पहली बार दुर्ग शहर से टिकट के लिए 26 लोगो ने दावेदारी करते हुए आवेदन प्रस्तुत किया  | युवाओं का कहना है कि लम्बे समय से वोरा परिवार के चलते कई कार्यकर्ताओं का राजनितिक भविष्य अन्धकार में चला गया, अब एक बार फिर कांग्रेस ने उन्हें प्रत्याशी बनाकर एक बार फिर आने वाले 40 वर्षो के लिए युवा कांग्रेसियों का भविष्य ख़तम करने पर कांग्रेस पार्टी ने मोहर लगा दी है | उनका कहना है कि अब दुर्ग में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के भविष्य को बचाने के लिए अरुण वोरा को हारने के आलावा कोई रास्ता नहीं है |

विश्वस्त सूत्रों के हवाले से खबर है कि 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए जो पैनल तैयार किया गया था उसमे अरुण वोरा का नाम नहीं था, ऐसा कहा जा रहा है कि अरुण वोरा ने आखिरी दाव खेलते हुए अपनी माता जी को सोनिया गाँधी के सामने बैठा दिया, जिसके बाद सोनिया गांधी के कहने पर उन्हें टिकट दे दिया गया, अब उन्हें प्रत्याशी बनाए जाने के बाद अब कार्यकर्ताओं को अपना भविष्य खतरे में नजर आने लगा है, उनका कहना है कि  अगर अरुण वोरा दुर्ग शहर से जीतकर आते है तो वो आने वाले 5 साल में अपने पुत्र संदीप वोरा को विधायक प्रत्याशी के लिए तैयार कर देंगे, और फिर से एक बार आने वाले 40 वर्षो तक दुर्ग शहर में कांग्रेस की राजनीती वोरा परिवार तक ही सिमटकर रह जायेगी |

अब जब उनकी ही पार्टी के कार्यकर्ता उनको हारने की जुगत लगाने में भीड़ जाए, तो आप भी अंदाज़ा लगा सकते है कि क्या होगा दुर्ग शहर में अरुण वोरा का, कांग्रेस पार्टी के केन्द्रीय और प्रदेश नेत्रित्व को चाहिए कि समय रहते दुर्ग शहर के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से चर्चा कर सही निर्णय ले और परिवारवाद छोड़ दुर्ग शहर के युवा कांग्रेसियों को आगे आने का मौका दें, नहीं तो अगर ऐसा ही होता रहा तो वो दिन दूर नहीं जब भाजपा नये चेहरे के साथ ही दुर्ग शहर में अपना विधायक बना ले |

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