छत्तीसगढ़

भोरमदेव आश्रम में संपन्न हुआ दो दिवसीय विद्यार्थी एवं युवा शिविर

भोरमदेव आश्रम में संपन्न हुआ दो दिवसीय विद्यार्थी एवं युवा शिविर

बच्चों एवं युवाओं के सर्वांगीण विकास के लिए पूज्य संत श्री आशारामजी बापू आश्रम भोरमदेव में अलग-अलग एक-एक दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया था।

जिसमें 18 वर्ष से छोटे बच्चों के लिए विद्यार्थी उज्जवल भविष्य निर्माण शिविर एवं 18 वर्ष से ऊपर युवाओं के लिए तेजस्वी युवा शिविर का आयोजन किया गया था। जिसका आज पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र वितरण के साथ शिविर का समापन हुआ।

बच्चे एक नन्हें से कोमल पौधे की तरह होता है। उसे यदि उत्तम शिक्षा दीक्षा मिले तो वह नन्हा सा कोमल पौधा भविष्य में विशाल वटवृक्ष बनकर पल्लवित और पुष्पित होता हुआ अपने गौरव से संपूर्ण चमन को महका सकता है। लेकिन यह तभी संभव है जब उसे कोई योग्य मार्गदर्शक मिल जाए, और वह दृढ़ता तथा तत्परता से उनके उद्दिष्ट मार्ग का अनुसरण कर ले।

युवा सेवा संघ के मीडिया प्रभारी बता रहे थे कि आज वर्तमान में शिक्षा प्रणाली के द्वारा बालकों को ऐसी शिक्षा दीक्षा दी जा रही हैं कि बड़ा होते ही उसे सिर्फ नौकरी की ही तलाश रहती है। आज कल का पढ़ा लिखा हर नौजवान मात्र कुर्सी पर बैठने की नौकरी करना पसंद करता है। उद्यम व्यवसाय या परिश्रम के कर्म को करने में हर कोई कतराता है। यही कारण है कि देश में बेरोजगारी, नशाखोरी,और अपराधिक प्रवृति बढ़ती जा रही हैं। आज की युवा पीढ़ी उचित मार्गदर्शन के अभाव में मार्ग से भटक गई हैं। जिन्हें स्कूली शिक्षा के साथ-साथ व्यवहारिक शिक्षा एवं उचित मार्गदर्शन देने की आवश्यकता है।

इस मौके पर कबीरधाम जिले के दर्जनों गांव से आए हुए 500 बच्चों एवं युवाओं ने शिविर का लाभ लिया।

Related Articles

Back to top button