छत्तीसगढ़

अनुसूचित जाति वर्ग के कल्याण के लिए संवेदनशील होकर करें कार्य :- के.पी. खाण्डे। शासन की योजनाओं का लाभ अंतिम छोर के व्यक्ति तक पहुंचे। छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष ने ली समीक्षा बैठक।।

अनुसूचित जाति वर्ग के कल्याण के लिए संवेदनशील होकर करें कार्य :- के.पी. खाण्डे। शासन की योजनाओं का लाभ अंतिम छोर के व्यक्ति तक पहुंचे। छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष ने ली समीक्षा बैठक।।

भूपेंद्र साहू।
ब्यूरो चीफ बिलासपुर।
मो.- 9691444583
बिलासपुर- छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष के.पी. खाण्डे ने आज जिला कार्यालय के मंथन सभाकक्ष में जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने अनुसूचित जाति से संबंधित विकास कार्यक्रमों, योजनाओं, समस्याओं और प्रकरणों की गहन समीक्षा कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति वर्ग के कल्याण के लिए संचालित योजनाओं के प्रति संवेदनशील होकर कार्य करें और उन्हें मुख्यधारा से लाभान्वित करने में मददगार बनें। शासन की योजनाओं का लाभ अंतिम छोर के व्यक्ति तक पहुंचे यही हमारा ध्येय है।
बैठक की शुरूआत में श्री खांडे ने आयोग की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जाति आयोग एक संवैधानिक संस्था है। इस वर्ग के कल्याण के लिए संचालित योजनाओं के साथ ही इस वर्ग के साथ होने वाले अन्याय पर अंकुश लगाना और पीड़ितों का न्याय दिलाना आयोग की प्राथकिमताओं में है।
आयोग विशेष न्यायालय के रूप में कार्य करती है और आयोग की अनुशंसा को मानने की बाध्यता है। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति के व्यक्ति को मानसिक, शारीरिक या आर्थिक रूप से गैर अनुसूचित जाति के व्यक्ति द्वारा प्रताड़ित किया जाता है तो ऐसे मामलों का प्राथमिकता से निराकरण करें।
उन्होंने योजनावार अनुसूचित जाति वर्ग के लाभान्वित हितग्राहियों की जानकारी ली।
खाद्य विभाग से राशनकार्ड की जानकारी लेते हुए समय पर राशन के भण्डारण एवं उठाव करने के निर्देश दिए। शिक्षा विभाग से विभिन्न प्रकार की छात्रवृत्ति के बारे में जानकारी लेते हुए स्कूलों में अनुसूचित जाति के छात्रों की संख्या और सरस्वती सायकल योजना का लाभ जिले की पात्र छात्राओं को दिलाने के निर्देश दिए। सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग की योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि छात्रावास आश्रमों में बच्चों को योजनाओं का लाभ निर्धारित नियमों के अनुसार मिलना चाहिए।
समाज में अस्पृश्यता निवारण के लिए महत्वपूर्ण अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन योजना को बढ़ावा देने के निर्देश दिए।
अजाक पुलिस थानों में निर्धारित पदों पर पुलिस अधिकारियों की पदस्थापना और पीड़ित पक्ष द्वारा कार्रवाई हेतु दिये जाने वाले शिकायत पत्र के आधार पर अनुसूचित जाति, जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज करने तथा नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
श्री खाण्डे ने हितग्राहियों को दिए गए कौशल प्रशिक्षण की भी जानकारी ली। उन्होंने बैठक में कृषि, वन, शिक्षा, महिला बाल विकास, मत्स्य, पशुपालन, उद्यान सहित अन्य विभागों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों से अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों को विभाग में संचालित योजनाओं से लाभान्वित करने हेतु सहयोग करने की अपील की।
बैठक में छत्तीसगढ़ अनुसूचित जाति आयोग के सचिव बीएल बंजारे, एडीएम आरए कुरूवंशी, सुंदरलाल जोगी, चेतन चंदेल सहित सभी विभागीय अधिकारी मौजूद थे।

Related Articles

Back to top button