गर्मी के दिनों में जल भी किसी अमृत से कम नहीं_ बेजुबा सेवा समिति
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*गर्मी के दिनों में जल भी किसी अमृत से कम नहीं_ बेजुबा सेवा समिति*
*पंडरिया _ जीव सेवा के लिए समर्पित बेजुबा सेवा समिति विगत 4 वर्षो से सेवा कार्य कर रहे है,पिछले दो वर्षो से जल की आवश्यकता बेजुबा जीवो को कितनी है यह देखते हुए यह एक अभियान चलाया जा रहा है जिसमे नगर व पास के गांव तक कोटना रखा गया है,साथ ही पूर्व से यह अपील करते आई है की अपने क्षत में पानी की व्यवस्था सभी रखे,यह समिति पूर्व में निश्चीत स्थान में रख कर घायल जीवो का उपचार करती रही है अब तक पिछले 4 वर्षो में हजारों गौ माता सैकड़ों बंदर व कुत्ते का प्रमुख रूप से इलाज कर ठीक करने पश्चात छोड़ चुके है,इसके अलावा पंक्षियो का भी उपचार करने का प्रयास करते है,वर्तमान में सेवा स्थल नही होने के कारण अभी मौके पर उपचार करते है और इनका कार्य निरंतर चल रहा है,सुमीत तिवारी जो संयोजक है इस समिति के उन्होंने ने बताया कि यह समिति 2019 से संचालित है और हमारे अंतिम सामर्थ्य तक बंद न हो यही हम प्रयास करेंगे,सभी क्षेत्र में कार्य करने वाले व समाजित लोग है और अपना कार्य कर रहे है किंतु हमने मूक पशुओं के लिए काम करने वाले कम ही देखे है इस कार्य में निश्चीत ही कह सकता हु जान की जोखिम से लेकर अपने भविष्य को दांव लगाकर काम करना पड़ता है बंदरो कुत्ता जैसे जीवो का रेस्क्यू करना आसान नहीं होता है हम अपने पूर्ण सामर्थ्य से समाज के सहयोग से व अबकत बीना किसी शासकीय सहयोग लिए काम करते है 4 वर्षो में लगातार यह दूसरा वर्ष है जिसमे हमने पानी की आवश्कता मूक जीवो के लिए महसूस किया है और हमने नगर के प्रमुख प्रमुख 72 स्थानों पर हमने कोटना रखा नगर से लगे ग्राम मैनपुरा, रौहा, तेंदुआडीह, अलीपुर में भी कुछ कोटना रखा है हम बिलासपुर से हर वर्ष कोटना खरीदते है लाने का सहयोग यादव ट्रांसपोर्ट बृजेश यादव द्वारा किया जाता है हम उधारी में मंगा लिया करते है फिर धीरे धीरे समाज के सहयोग से या ख़ुद समिति के सदस्य के सदस्य मिलाकर कर भी इसका पैसे देते है,हमारी समिति शुरवात के 4 महीने कठिन संकट से गुजरी थी तब भी हमारा काम स्वयं के अर्थ से संचालित था और वर्तमान के पिछले 5 महीनो से हमारी समिति कई ऐसे मामले में संघर्ष कर रही जिससे आर्थिक व मानसिक संकट से हम जूझ रहे है नगर के प्रमुख मेडिकल और बिलासपुर के मेडिकल से हमारी समिति की दवाइयां खरीदी जाती है जिनका पैसा भी हम धीरे धीरे दिया करते है कभी कभी 5,6 माह तक भी दवाई के पैस हम नही दे पाते है, बहुत सी चीज व्यवहार व सामाजिक सहयोगी के मदद से चल पा रही है, हमको संपर्क करने के लिए सूचना देने हेतू हमने 13 अलग अलग नंबर दिए है जिसमे 8224050805,7898185193 ये प्रमुख नम्बर है, हमारी समिति में डॉक्टर के रूप में विशेष सहयोग मुख्य सर्जन पशु हॉस्पिटल लांझीकर सर व नैन सिंह ठाकुर चाचा जी के साथ वेटनरी विभाग से शुभेंद्र राजपुत, व दीपक साहू उपचार के लिए प्रमुख सहयता प्रदान करते है,इस विश्वास से कार्य हमेशा होता रहेगा की हमारा काम सभी क्षेत्रों से अलग है और यह आसान काम नही लोग आगे आएंगे सहयोग करेंगे व इस जिले के साथ साथ प्रदेश में यह समिति जीवदया के लिए पहचान बनेगी हमारी टीम से जुड़े अलग अलग स्थानों के यूवा वरिष्ठ सबके साथ सहयोग से ही यह कार्य संभव हो पाता है आगे इस समिति का क्षेत्रों में विस्तार किया जाएगा ऐसा प्रयास हमारी समिति के द्वारा किया जाएगा, पूर्व में जो जीर्ण भवन को उपयोग करते थे वहा से जो हुआ अनुचित था सेवा स्थल न होने से हमने बहुत जीव को बचा पाने में असमर्थ महसूस किया है, हम कुछ स्थान को सोचा है की उन स्थानों पर हमे सेवा हेतु जगह दिया जाए किंतु कोई भी प्रकार सहयोग नहीं मिला है हम बहुत जल्द अच्छा और सही जगह देख कर जहा से हमको काम करने में आसानी होगी हम जमीन मिलने पर सेड तयार कर वहा घायलों को रखने के लिए पुनः सेवा स्थल बनाएंगे*