छत्तीसगढ़

विचार सम्पन्न, निर्भीक समाज की संरचना एवं लोकतांत्रिक मूल्यों की अभिरक्षा हेतु प्रेस की स्वतंत्रता आवश्यक है।पूज्य स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज

पूज्य स्वामी अवधेशानंद
गिरी महाराज जी ने कहा – विचार सम्पन्न, निर्भीक समाज की संरचना एवं लोकतांत्रिक मूल्यों की अभिरक्षा हेतु प्रेस की स्वतंत्रता आवश्यक है। स्वतंत्र प्रेस नागरिकों और सरकार के मध्य सेतु अथवा संवाद का माध्यम है, किन्तु अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर अराजकता का पोषण एवं राष्ट्रीय हितों की अनदेखी नहीं होनी चाहिए। भारत में स्वतंत्रता के पूर्व और अनन्तर राष्ट्रीय भावना के विकास एवं सांस्कृतिक आध्यात्मिक मूल्यों के संरक्षण में प्रेस ने उल्लेखनीय भूमिका निभाई है। आज भी भारतीय जन मानस में पत्रकारिता को लेकर वही भावना जीवन्त है। प्रेस की स्वतंत्रता एवं निष्पक्षता सुनिश्चित करने एवं उनके अधिकारों की अभिरक्षा के लिए मनाए जाने वाले “अंतर्राष्ट्रीय प्रेस स्वतंत्रता दिवस” की हार्दिक शुभकामनाएँ ..! प्रेस मात्र खबरें पहुँचाने का ही माध्यम नहीं है, बल्कि यह नये युग के निर्माण और जन चेतना के उद्बोधन एवं शासन-प्रशासन के प्रति जागरूक करने का भी सशक्त माध्यम है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता एक मौलिक अधिकार है और प्रेस जनता को अपने देश और दुनिया भर में होने वाली घटनाओं के बारे में सूचित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। प्रेस की स्वतंत्रता वास्तव में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है जो किसी भी राष्ट्र के उत्थान और उन्नति के लिए बहुत आवश्यक है। पत्रकारिता को लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ कहा जाता है। मीडिया अपना काम पूरी स्वतंत्रता और निष्पक्षता से कर पाए, इसके लिए जरूरी है कि पत्रकारिता पर कोई भी अवांछित अंकुश न रहे। आज “विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस” (वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम डे) है। पत्रकार को लिखने और बोलने की स्वतंत्रता हो और वो पूर्ण सत्यनिष्ठा के साथ अपने कार्य को पूरा कर सके। पत्रकारिता का वास्तविक उद्देश्य लोगों को सच्चाई से अवगत कराना होता है और हर विषय पर जागरूक करना होता है। इसके लिए यह सबसे जरूरी है कि एक पत्रकार निष्पक्ष रहे। ना तो वह बातों को जैसा दिख रहा है, वैसा का वैसा प्रकट करें और ना ही उसे तड़का लगाकर प्रस्तुत करें। असल में पत्रकारिता एक घोड़े के समान है। जिसकी शान उसके दौड़ने में है। लेकिन ध्यान रखने वाली बात यह है कि कहाँ लगाम लगानी चाहिए, क्योंकि अनावश्यक दौड़ और अनावश्यक बंदिश दोनों ही हानिकारक है। आपके लिए, समाज के लिए और राष्ट्र के लिए भी …।

🌿 पूज्य “आचार्यश्री” जी ने कहा – जीवन की व्यवहारिक उत्कृष्टता का मूल हमारी वाणी है। वाग्मिता के द्वारा ही दूसरों को हमारे अध्ययन चिन्तन, चरित्र एवं संस्कारों का परिचय मिलता है। अतः वाणी में माधुर्य, सत्यता एवं पवित्रता सँभाल कर रखें। यह दिवस पत्रकारों के लिये भी आत्म-मंथन का दिवस है, ताकि मीडिया अपना दायित्व सत्यनिष्ठा के साथ निभाये। इलेक्ट्रोनिक मीडिया को टी.आर. पी. बढ़ाने के लिये खबरों में ‘तड़का’ लगाने से बचना चाहिए। प्रेस के जिन माध्यमों से नैतिकता मुखर हो रही है, उन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। हम देख रहे हैं कि माध्यमों की अभिव्यक्ति एवं भाषा में एक हल्कापन आया है। ऐसे में एक गम्भीर पत्रकारिता के साथ आगे आना ही एक साहस है। पूज्य “आचार्यश्री” जी ने कहा कि पत्रकारिता का उद्देश्य जन जागरूकता फैलाना है। विश्व समुदाय कई संकटों का सामना कर रहा है – संघर्ष और हिंसा, आतंक एवं अलगाव, युद्ध एवं राजनीतिक वर्चस्व, गरीबी एवं बेरोजगारी, लगातार सामाजिक-आर्थिक असमानताएँ, पर्यावरणीय संकट और दुनिया भर के लोगों के स्वास्थ्य और भलाई के लिए चुनौतियाँ आदि जटिलतर स्थितियों के बीच प्रेस की महत्वपूर्ण भूमिका है। “विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस” प्रेस की स्वतंत्रता के मौलिक सिद्धांतों का उत्सव मनाने के साथ-साथ दुनिया भर में प्रेस की स्वतंत्रता का मूल्यांकन भी करने का अवसर है। यह दिवस मीडिया की आजादी पर हमलों से मीडिया की रक्षा करने तथा मरने वाले पत्रकारों को श्रद्धांजलि अर्पित करने का कार्य करता है। प्रत्येक वर्ष 03 मई को प्रेस स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। प्रेस किसी भी समाज का आइना होता है। प्रेस की आजादी से यह बात प्रमाणित होती है कि उस देश में अभिव्यक्ति की कितनी स्वतंत्रता है। भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में प्रेस की स्वतंत्रता एक मौलिक जरूरत है। आज हम एक ऐसी दुनिया में जी रहे हैं, जहाँ अपनी दुनिया से बाहर निकल कर आसपास घटित होने वाली घटनाओं के बारे में जानने का अधिक समय हमारे पास नहीं होता। ऐसे में प्रेस और मीडिया हमारे लिए एक खबर वाहक का काम करती हैं, जो हर सुबह-सवेरे हमारी टेबल पर देश और दुनिया की खबरें परोसती हैं। यही खबरें हमें दुनिया से जोड़े रखती हैं। आज प्रेस दुनिया में खबरें पहुँचाने का सबसे बेहतरीन माध्यम है। प्रेस समाज का आइना होता है। लोकतंत्र के सशक्त प्रहरी के रूप में अपनी जिम्मेदारी का निष्ठापूर्वक नर्वहन करने वाले समस्त पत्रकार बन्धुओं को “विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस” की हार्दिक शुभकामनाएँ एवं बधाई …।

Related Articles

Back to top button