पावर प्लांट के उड़ रहे राखड़ ग्रामीण बेहद परेशान उजाले में अंधेरा का अहसास,लाइट जलाकर गुजर रहे वाहन चालक शिकायत की अनदेखी से प्रबंधन के खिलाफ पनप रहा आक्रोश
भिलाई। एनएसपीसीएल पावर प्लांट के राखड़ बांध ने फिर से आसपास के ग्रामीणों को हलाकान कर डाला है। बांध से हवा के झोंके के साथ उड़ रहा राखड़ दिन के उजाले में अंधेरा का अहसास करा रहा है। वहीं घर और आंगन में बिछने वाली राखड़ की मोटी परत लोगों को मुफ्त में बीमारी परोसने का काम कर रही है। लगातार शिकायतों के बावजूद पावर प्लांट प्रबंधन से सिर्फ निवारण का आश्वासन मिलने से ग्रामीणों में पनप रहा आक्रोश कभी भी विस्फोटक रुप ले सकता है। एनएसपीसीएल के पुरैना स्थित पावर प्लांट की लापरवाही फिर एक बार सामने आई है।
भिलाई-3 से सोमनी जाने वाले मार्ग पर इस पावर प्लांट का राखड़ बांध बना हुआ है। फिलहाल राखड़ बांध में पानी बेहद कम हो गया है। इस वजह से गर्मी के मौसम की दस्तक पड़ते ही रह रहकर उठ रहे हवा के झोंके से राखड़ उड़ रहा है। राखड़ उडऩे से पावर प्लांट के नजदीकी गांव सोमनीए गनियारीए मोरिद और सिरसा कला सहित पुरैना के ग्रामीण बेहद परेशानी उठा रहे हैं। लोग सूखे बांध से उडऩे वाले राखड़ से किस कदर परेशान हैं इसका सहज ही अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि दुपहिया वाहन चालकों को दिन के उजाले में अंधेरा का अहसास होने से हेड लाइट जलाकर सड़क से गुजरना पड़ रहा है।
ग्रामीणों के मुताबिक इन दिनों रह रहकर मौसम बदल रहा है। तेज हवाएं चलने से बांध का राखड़ उड़कर लोगों के घर और आंगन में बिछ जा रहा है। लोग कपड़े धोकर खुले आंगन में सुखा नहीं पा रहे हैं। लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। आंखों में राखड़ प्रवेश कर जाने से नजर कमजोर होने लगी है। पेड़ पौधों पर राखड़ की मोटी परत छा जाने से हरियाली नष्ट हो रही है। तालाबों का पानी प्रदूषित हो रहा है। तालाबों में नहाने वालों को चर्मरोग का सामना करना पड़ रहा है। वहीं इन तालाबों के पानी पीने से मवेशियों के बीमार होने की आशंका बढ़ गई है। सड़क पर राखड़ के चलते वाहन चालकों के आपस में भिड़ंत होने की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा रहा है।
सोमनी गांव में रहने वालों की मानें तो पावर प्लांट प्रबंधन ने उनके गांव को गोद ले रखा है। लेकिन राखड़ बांध से हो रही दिक्कत का हल निकालने प्रबंधन जरा सा भी गंभीर नहीं है। हर साल गर्मी का मौसम आते ही राखड़ उडऩे से न केवल सोमनी बल्कि आसपास के कईं गांव के लोगों को कष्टप्रद स्थिति का सामना करना पड़ता है। इस बार भी परेशानी सामने आते ही पावर प्लांट प्रबंधन से मिलकर ग्रामीणों ने राखड़ की समस्या की ओर ध्यानाकर्षण कराया है। अधिकारियों ने शीघ्र ही हल निकालने का आश्वासन दिया। लेकिन इस दिशा में कोई प्रयास होता नजर नहीं आ रहा है।
फूट सकता है जनाक्रोश तुषांत वर्मा
नगर निगम भिलाई-चरोदा में सोमनी वार्ड के पार्षद तुषांत वर्मा ने बताया कि राखड़ बांध में पानी कम हो चुका है। इसलिए राखड़ उडऩे से सोमनी सहित समीप के अनेक गांव के लोग परेशान हैं। इसके निवारण के लिए पावर प्लांट प्रबंधन को अनेक बार अवगत कराया गया है। लेकिन प्रबंधन का रुख उदासीन बना हुआ है। ऐसे में ग्रामीणों में पनप रहा आक्रोश कभी भी विस्फोटक रुप धारण कर सकता है। प्रबंधन को जनाक्रोश का सामना करने तैयार रहना होगा।