खेत में मिले सिर्फ 28 लाख, 56 लाख रुपयों का नहीं चला पता

सबका संदेश न्यूज़ छत्तीसगढ़ बेमेतरा- छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी लूट की घटना के दूसरे दिन रविवार को 28 लाख नगद, छह राउंड की गोली समेत 12 बोर बंदूक बरामद की गई है। साथ ही आरोपितों की शिनाख्त कर उन्हें पूछताछ के लिए रिमांड पर ले लिया है। पुलिस के मुताबिक शनिवार को दोपहर में एक कैश वाहन से दिनदहाड़े एक करोड़ 64 लाख रुपये की लूट की घटना को हरियाणा के लुटेरों ने अंजाम दिया था। वारदात के कुछ घंटे में ही करीब 80 लाख रुपये बरामद कर लिए गए थे। चार आरोपित भी पकड़े गए थे। रविवार को 28 लाख रुपये ढूंढने के बाद अब 56 लाख रुपये बरामदगी बाकी है।एसपी प्रशांत सिंह ठाकुर ने बताया कि पुलिस को बाघुल के खेतों पर एक बैग में 28 लाख रुपये बरामद हुए। वहीं आरोपितों के चप्पल, जूते और 12 बोर की बंदूक और छह जिंदा कारतूस भी मिले हैं। साथ ही पुलिस को कई सामान भी मिले हैं।
चारों आरोपितों की शिनाख्त
एसपी ठाकुर ने बताया कि पुलिस ने चारों आरोपितों को तहसीलदार बेमेतरा के समक्ष खड़ा कर शिनाख्त की। आरोपितों द्वारा रकम कहीं नहीं छिपाई है बल्कि रुपयों को अलग-अलग हिस्सों में बांटकर आरोपितों ने अपने पास रखा ताकि उन्हें भागने में आसानी हो, पर बहादुर ग्रामीणों ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया।
हरियाणवी आरोपित पर आश्चर्य कैसा
शनिवार को एक करोड़ 64 लाख की लूट के मामले में रविवार को आरोपितों की शिनाख्त हो गई। इनमें कैश वैन लूटने में हरियाणवी लोगों के नाम सामने आए हैं। बेमेतरा क्षेत्र के लोगों के लिए यह खबर कोई चौंकाने वाली नहीं है क्योंकि यहां पिछले कुछ सालों से हरियाणा के किसानों की सक्रियता बढ़ी है। ये शहर के बाहर शांत इलाके में खेतिहर जमीन खरीदते हैं और उसे फार्म हाउस के रूप में विकसित करते हैं। यहां से कई अपराध भी पनपते हैं। पुलिस में इस तरह के कई मामले दर्ज हैं और ज्यादातर मामलों में पुलिस को आरोपित का सुराग नहीं मिला है।
हालांकि बार-बार कई संगठनों ने पुलिस का इस ओर ध्यान दिलाते हैं। आज तक पुलिस ने इनकी जानकारी नहीं खंगाली। सूत्रों के अनुसार हरियाणवी किसान फॉर्महाउस में गन्नों से गुड़ बनाने के नाम से मजदूर लाने की बात कहकर कई तरह के हिस्ट्रीशीटर को भी पनाह देते हैं। इसी कारण जिले में कई गंभीर अपराध हो चके हैं। जैसे नकली नोट खपाने का मामला, हरियाणवी फॉर्म हाउस में जली हुई लाश मिलना, हरियाणवी किसानों की बाड़ी में खड़े वाहनों के रिकार्ड न मिलना।
मामले रफा-दफा
सूत्रों के मुताबिक पुलिस ऐसे मामलों पर समुचित कार्रवाई करने के बजाय मामले को रफा-दफा करने में अधिक दिलचस्पी दिखाई है। पूरे रिकॉर्ड को यदि खंगाला जाए तो निश्चित रूप से और भी कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आ सकते हैं। पूर्व सहकारी विपणन समिति के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी ने कहा है कि वास्तव में सभी हरियाणवी किसानों की बाड़ी की सूक्ष्मता से जांच की जानी चाहिए। इन गाड़ियों में आपराधिक गतिविधियों पर भी नियंत्रण पाने के लिए समुचित जांच समयसमय पर की जानी चाहिए। साथ ही यहां उपयोग किए जा रहे वाहनों की भी सूक्ष्मता से जांच की जानी चाहिए।
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