पुलिया निर्माण से राह हुई आसान, दूरियां हुई कम। मनरेगा ने ग्रामीणों के जीवन में लाई खुशिहाली।
पुलिया निर्माण से राह हुई आसान, दूरियां हुई कम। मनरेगा ने ग्रामीणों के जीवन में लाई खुशिहाली।
भूपेंद्र साहू।
ब्यूरो चीफ बिलासपुर।
बिलासपुर- मनरेगा के तहत विकासखण्ड तखतपुर से लगे ग्राम लिम्ही एवं लिम्हा के बीच नाले में हुए पुलिया निर्माण से ग्रामीण अब बेहद खुश है। पुलिया निर्माण होने से स्कूली बच्चों में नई मुस्कान दिख रही है। किसानों को अपनी फसलों को बेचने के साथ स्थानीय व्यापारियों को भी एक सुगम आवागमन सुविधा मिली है। अति बारिश से होने वाले जलभराव से किसानों की फसलों को होने वाले नुकसान से निजात मिल गई है। पुलिया बनने से दोनों गांवों के स्कूली बच्चें खुशी-खुशी अपने नन्हें कदम बढ़ाते हुए स्कूल जा रहे है।
रास्ते आसान हो तो हर मुश्किल आसान हो जाती है लेकिन रास्तों में कठिनाईयों का सामना करना पड़े तो यह बेहद मुश्किल हो जाती है। ऐसी ही मुश्किलों का सामना कर रहे थे विकासखण्ड तखतपुर से लगे दो गांव लिम्ही और लिम्हा के ग्रामीण। उनके गांवों के बीच नाले में मजबूत पुलिया नहीं होने से उन्हें बहुत ही परेशानियों का सामना करना पड़ता था। अत्यधिक बारिश होने से जलभराव की स्थिति निर्मित हो जाती थी, जिससे क्षेत्रवासियों के लिए आवागमन करना एक चुनौती भरा होता था। इन्हीं दिक्कतों को देखते हुए लिम्ही गांव के सरपंच श्री देवेन्द्र कश्यप, सचिव श्री राजकुमार सेंगर ने जनपद पंचायत तखतपुर में मनरेगा के तहत पुलिया निर्माण की स्वीकृति हेतु आवेदन दिया। उनके आवेदन पर त्वरित कार्यवाही करते हुए पुलिया निर्माण कार्य स्वीकृत किया गया। रोजगार सहायक श्रीमती मंजुषा कश्यप द्वारा ग्रामीणों को मनरेगा के तहत रोजगार उपलब्ध कराते हुए पुलिया निर्माण का कार्य प्रारंभ किया गया। नाले में अब पूरी गुणवत्ता के साथ एक मजबूत पुलिया का निर्माण किया जा चुका है, जिससे दोनों ग्रामों के ग्रामीणों में खुशी की लहर है। सरपंच श्री कश्यप मनरेगा के तहत हुए पुलिया निर्माण के बारे में बताते है कि यह केवल एक ही गांव की नहीं बल्कि दोनों गांव लिम्ही और लिम्हा के लिए मील का पत्थर है। पुलिया निर्माण से दोनों ग्राम पंचायतों में आवागमन में किसी प्रकार की परेशानी नहीं आ रही है। किसानों को अब अपनी फसलों को लेकर शहर में बेचे जाने के लिए एक सुगम राह मिली है। बारिश में जलभराव होने से फसलों को हो रहे नुकसान से पूर्ण रूप से राहत मिल गई है। मजबूत पुलिया निर्माण को देखते हुए बस सुविधा भी शुरू हो गई है।