छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

जान जोखिम में डालकर जाना होगा इस बार डोंगरगढ़ माता के दर्शन के लिए कुम्हारी से लेकर सुपेला तक खतरा ही खतरा,कभी भी हो सकती है दुर्घटना

भिलाई। इन दिनों फोरलेन में आवागमन भारी जोखिम भरा है। फ्लाईओव्हर निर्माण के कारण सुपेला चौक सहित कुम्हारी से लेकर सुपेला तक जहां जहां फ्लाईओव्हर  निर्माण हो रहा है वहां एक ओर भारी धूल के के कारण जहां लोगों को सांस और चर्म रोग सहित कई प्रकार की बिमारियां उत्पन्न हो रही है वहीं फोरलेन में भारी बड़े बडे और छोटे छोटे गडढों के कारण दुर्घटनाओं की आश्ंाका बढ गई है, इसके अलावा जहां जहां बीच  बीच  में पचरी करण किया गया है उसके किराने छोटे वाहनों का चक्का पडते ही लहराते हुए लोग गिर रहे है।

इसके कारण कई दुर्घटनाएं हो चुकी है और कई लोग जान अपनी गवां चुके है। इसी में आगामी 22 मार्च से चैत नवरात्रि प्रारंभ हो करा है, और जहां लोग डोंगरगढ माता के दर्शन के लिए वाहनों से जाते है वहीं कहीं उससे अधिक प्रतिदिन हजारों लोग पदयात्रा कर डोंगरगढ जाते है। इस बार इन पदयात्रियों को डोंगरगढ जाने के लिए जान जोखिम में डालकर जाना होगा क्योंकि दर्शनार्थ डोंगरगढ़ का सफर पैदल तय करने वाले भ़क्त खतरों से खेलकर गुजरेंगे।

फ्लाईओवर निर्माण वाले जगह पर से गुजरना पदयात्रियों के लिए खासा चुनौतीपूर्ण रहेगा। सिमटी हुई सडक़ के चलते ऐसे स्थानों पर पदयात्रियों के साथ अनहोनी की आशंका से इंकार नहीं किया जा रहा है। इन पदयात्रियों को इस बार खतरों से खेलकर अपनी यात्रा पूरी करनी पड़ेगी। इसके लिए फ्लाईओवर निर्माण के चलते सडक़ की स्थिति बेहद खराब होने को जिम्मेदार माना जा सकता है। जहां-जहां पर फ्लाईओवर निर्माण कार्य हो रहा है, उसके दायरे की सडक़ न केवल जर्जर है बल्कि संकुचित होकर गली मोहल्ले की सडक़ जैसी हो गई है। ऐसे में पदयात्रियों को भारी वाहनों से बचते हुए डोंगरगढ़ का सफर तय करना किसी चुनौती से कम नहीं है।

ज्ञातव्य हो कि कुम्हारी से लेकर सुपेला तक चार स्थानों पर फ्लाईओवर निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसके चलते फ्लाईओवर निर्माण के दायरे में आने वाली सडक़ काफी संकरी हो गई है। यातायात का दबाव बने रहने से इन स्थानों पर सडक़ काफी जर्जर हो चुकी है। ऐसे जर्जर सडक़ से गुजरते समय वाहन चालकों के अनियंत्रित होने की संभावना बनी रहती है। इस दौरान पदयात्रियों के साथ अनहोनी होने की आशंका से इंकार नहीं किया जा रहा है। रायपुर की दिशा से डोंगरगढ़ जाने वाले पदयात्रियों को कुम्हारी और डबरा पारा में बन रहे फ्लाईओवर को सुरक्षित पार करना आसान नहीं लग रहा है।

फोरलेन सडक़ पर फ्लाईओवर निर्माण कार्य चालू रहने से माता बम्लेश्वरी के दर्शनार्थ डोंगरगढ़ का सफर पैदल तय करने वालों के लिए प्रशासन ने पिछले साल से इस नए रास्ते का निर्धारण किया है। इसके तहत रायपुर की ओर से आने वाले पदयात्रियों को खुर्सीपार गेट तिराहे से रेलवे क्रासिंग पार कर सेल के स्टाक यार्ड वाली सडक़ से मुर्गा चौक होते हुए सेन्ट्रल एवेन्यू से सेक्टर 9 चौकए तालपुरी ठंगडा बांध ओवरब्रिजए महाराजा चौक होकर पुलगांव चौक से शिवनाथ नदी पार करके अंजोर बायपास से राजनांदगांव की ओर जाना है।

ंबारिश से और बिगड़ी सडक़ की दशा
नवरात्रि शुरू होने के पहले दो दिन हो चुकी बारिश के चलते पहले से ही खराब सडक़ की स्थिति और बिगड़ गई है। बारिश का पानी जमा होने से छोटे गड्ढे बड़े गड्ढों में तब्दील हो गए हैं। वहीं सडक़ के उखडऩे से फैली गिट्टी और बजरी से पदयात्रियों को खासा दर्द झेलना पड़ेगा। डबरा पारा से लेकर सुपेला के बीच कुछ स्थानों पर सडक़ किनारे नाली का निर्माण किया जा रहा है। कुछ जगहों पर नाली निर्माण अभी अधूरा है। ऐसे जगहों पर बारिश का पानी जमा हो गया है। एक तरफ संकरी सडक़ और किनारे पर आधी अधूरी नाली होने से पदयात्रियों का सफर चुनौतीपूर्ण रहेगा।

खुर्सीपार गेट का रास्ता भी खतरनाक
ंनवरात्रि में माता बम्लेश्वरी का दर्शन करने पैदल जाने वाले भक्तों के लिए ंंंखुर्सीपार गेट का रास्ता आसान नहीं होगा। खुर्सीपार गेट से लेकर मुर्गा चौक की ओर बने सडक़ पर सेल के स्टाक यार्ड तक भारी वाहनों की आवाजाही से दुर्घटना का खतरा बना रहेगा। शाम ढलने के साथ ही इस दायरे में ट्रेफिक व्यवस्था भगवान भरोसे हो जाती है। ऐसे में डोंगरगढ़ पदयात्रियों की सुरक्षा को लेकर प्रश्नचिन्ह उभर आया है।

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