छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

होली में हुड़दंग रोकने गुंडे बदमाशों की धरपकड़ शुरू थाने में मौजूद सूची का अवलोकन कर की जा रही कार्यवाही

भिलाई। रंगों के महापर्व होली में महज दो दिन का समय बाकी रह गया है। ऐसे में दुर्ग पुलिस होली में हुड़दंग मचाने वालों पर सख्त कार्रवाई के लिए कमर कस चुकी है। पुलिस ने शहर के गुंडा और बदमाशों की थानों में मौजूद कुंडली को खंगालने के साथ ही धरपकड़  शुरू कर दी है। गुंडागर्दी करते पाए जाने पर पुलिस उन्हें होली खत्म होने तक के लिए सीधे जेल भेजने का इंतजाम कर रही है। आदतन बदमाशों के वर्तमान कामकाज अड्डा और उनके गैंग के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।

इस साल की होली का पर्व शांति प्रिय हो इसलिए दुर्ग पुलिस एक्टिव मोड में है। होली में गुंडे बदमाशों के द्वारा खलल पैदा करने की संभावना से इंकार नहीं किया जा रहा है। बीते कुछ दिनों से बढ़ते अपराधिक घटनाओं को देखते हुए पुलिस होली को लेकर अलर्ट हो गई है। चाकूबाजी अवैध वसूली और नशे के साथ ही चोरों की जानकारी दुर्ग पुलिस द्वारा जुटाई जा रही है। इन सभी गुंडे बदमाशों की कुंडली बनाकर होली से पहले उन्हें उठाने की तैयारी है।

जानकारी के मुताबिक जिले भर के थानों में बदमाशों की बनाई गई कुंडली में करीब 300 संदिग्धों के नाम शामिल हैं। शहर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में रहने वाले इन बदमाशों की हर गतिविधि की जानकारी भी दुर्ग भिलाई पुलिस जुटा रही है।

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक गुंडे बदमाशों की गतिविधियों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इनमें से अधिकांश पर चाकू मारने गुंडागर्दी वसूली और अवैध नशे के कारोबार के मामले दर्ज हैं। इसी तरह नए गुंडा बदमाश भी पुलिस की सूची में शामिल हुए है। पुलिस ने आदतन बदमाशों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई भी बढ़ा दी है। इसके अलावा आम्र्स एक्ट के तहत भी कार्रवाई तेज कर दी गई है।

वर्तमान क्रिया कलापों के साथ अड्डों की ली जा रही खबर
होली के दौरान अक्सर बदमाश नशा कर उत्पात मचाते हैं। चाकूबाजी के अलावा गुंडागर्दी और मारपीट भी करते हैं। नशे की हालत में जबरदस्ती किसी पर रंग डालने से विवाद की स्थिति बनती है। जिसका खामियाजा जनता को उठाना पड़ता है। यही वजह है कि पुलिस ने ऐसे लोगों की लिस्ट बना कर धरपकड़ शुरू कर दिया है। दुर्ग-भिलाई शहर में मोहन नगर, पुलगांव, सुपेला, छावनी, खुर्सीपार, जामुल, नेवई और पुरानी भिलाई जैसे थाना इलाकों में चाकूबाजी और गुंडागर्दी की घटनाएं ज्यादा होती है। इसलिए इन इलाकों के आदतन बदमाशों की जानकारी होली के मद्देनजर प्राथमिकता के साथ जुटाई जा रही है।

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