छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

फोरलेन सडक़ पर देर रात तक बह रही भक्ति की बयार, श्रद्धा भाव से हो रही पंडालों में पदयात्रियों की सेवा

जलपान के साथ बम्लेश्वरी भक्तों के आराम का भी इंतजाम

भिलाई। शारदीय नवरात्रि में पदयात्रा करते हुए डोंगरगढ़ की माता बम्लेश्वरी के दर्शनार्थ जाने वालों का सिलसिला रविवार से ही शुरू हो गया है। कुम्हारी से लेकर दुर्ग तक पूरी श्रद्धाभाव से इन पदयात्री देवी भक्तों की सेवा विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों के माध्यम से हो रही है। सेवा पंडालों में पदयात्रियों के लिए नि:शुल्क जलपान की व्यवस्था के साथ ही उनकी थकान मिटाने के लिए आराम का भी इंतजाम है।

डोंगरगढ़ पदयात्रियों की सेवा सत्कार के लिए भिलाई-दुर्ग के सेवाभावी धर्मावलंबियों में इस बार भी जबरदस्त उत्साह नजर आ रहा है। कुम्हारी से दुर्ग जिले की सीमा के बीच फोरलेन सडक़ पर जगह-जगह नजर आ रहे सवा पंडालें इस बात की गवाही दे रही है। इन पंडालों में रात भर जाकर डोंगरगढ़ पदयात्रियों की सेवा तन मन धन से की जा रही है। रात के वक्त मौसम की ठंडकता से पदयात्रियों के लगने वाले रेले के चलते फोरलेन सडक़ पर देवी भक्ति की बयार बहती प्रतीत हो रही है। पदयात्रियों का डोंगरगढ़ जाने का सिलसिला नवरात्रि के पहले दिन रविवार से शुरू हो चुका है। लेकिन पंचमी के विशेष महत्व वाले दिन डोंगरगढ़ पहुंचकर देवी दर्शन की आकांक्षा के साथ मंगलवार की रात बड़ी संख्या में पदयात्रियों का जत्था रवाना हुआ।

पदयात्रियों की भीड़ बढऩे के साथ ही फोरलेन सडक़ के किनारे अस्थायी तौर पर बनाए गए सेवा पंडालों मं अनवरत भीड़ बनी रही। जय माता दी का उद्घोष लगाते हाथो में भगवा ध्वज लिए डोंगरगढ़ की तरफ कूच करते पदयात्रियों को आग्रह के साथ पंडालों में बिठाकर चाय, नास्ता, फल आदि नि:शुल्क परोसा जा रहा है। इस तरह के पंडाल कुम्हारी में साईधाम भिलाई-3 में पुराना बस स्टैंड, खुर्सीपार में धरमकांटा और गेट तिराहा सुपेला में नगर निगम कार्यालय के पास सहित आगे दुर्ग तक कई स्थानों पर लगाया गया है। इन पंडालों में पदयात्रियों के लिए जलपान की व्यवस्था तो रखी गई है, इसके अलावा पैदल चले से सूजे हुए पैरों की मालिस तक स्वयंसेवी युवाओं द्वारा किया जा रहा है। पयात्रियों के लिए दर्द निवारक दवाईयां भी उपलब्ध रखी गई है।

गौरतलब रहे कि रायपुर जिले के अलावा दुर्ग जिले के कुम्हारी, भिलाई-3, चरोदा, खुर्सीपार, कैम्प क्षेत्र, सुपेला समेत आसपास के ग्रामीण अंचल से साल के दोनों नवरात्रि में बड़ी संख्या में देवी भक्त डोंगरगढ़ की माता बम्लेश्वरी के दर्शनार्थ पैदल जाते हैं। शारदीय नवरात्रि में मौसम ठंडा होने के चलते पदयात्रियों की संख्या चैत्र नवरात्रि के मुकाबले काफी अधिक रहती है।

इस बार भी नौ दिनों तक चलने वाला यह पर्व जैसे-जैसे गति पकड़ रहा है, फोरलेन सडक़ पर पदयात्रियों का काफिला बढ़ता जा रहा है। पदयात्रियों की संख्या अधिक होने के बावजूद सेवा पंडालों का संचालन करने वाले स्वयंसेवी संगठनों के उत्साह में कोई कमी नहीं दिखना खास बना हुआ है।

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