कोविड-19 पर काबू पाने में नाकाम नेपाली PM ओली, इस्तीफा देने की बात पर कहा-भारत रच रहा साजिश | Nepal PM KP Sharma Oli claims India conspiring to destabilise his govt | world – News in Hindi


नेपाल में ओली पर कोरोना वायरस से सही से न निपटने, भ्रष्टाचार और तानाशाही रवैया अपनाने जैसे आरोप लग रहे हैं.
नेपाल (Nepal) में प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली (Nepal’s PM KP Sharma Oli) पर कोरोना वायरस (Coronavirus) से सही से न निपटने, भ्रष्टाचार और तानाशाही रवैया अपनाने जैसे आरोप लग रहे हैं. ऐसे में सत्ताधारी नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (Nepal Communist Party) के कई लोग ओली के इस्तीफे के इंतजार में हैं.
केपी शर्मा ओली ने भारत पर उनकी सरकार को अस्थिर करने की कोशिश करने जैसे गंभीर आरोप लगाए और कहा कि नेपाल में भारतीय दूतावास (Indian Embassy) भी यही कार्य कर रहा है. ओली ने कहा कि संविधान संशोधन (जिसमें कि भारत की भूमि को नेपाल का हिस्सा बताया गया है) होने के बाद से ही उनके खिलाफ साजिश रची जा रही है. ओली ने कहा कि मुझे पद से हटाने के लिए खुली दौड़ हो रही है. नेपाल की राष्ट्रीयता कमजोर नहीं है. किसी प्रधानमंत्री को नक्शा जारी करने को लेकर अपना पद छोड़ना पड़े ऐसा कोई सोच भी नहीं सकता.
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पार्टी अध्यक्ष ने भी की इस्तीफा देने की मांगआपको बता दें नेपाल ने 13 जून को नया नक्शा जारी किया था जिसमें कि भारत के क्षेत्र लिपुलेख, कालापानी और लिंपियाधुरा को नेपाल की सीमा में दर्शाया गया है. इससे पहले नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री और कम्युनिस्ट पार्टी के अध्यक्ष पुष्प कमल दहल प्रचंड (Pushp Kamal Dahal Prachand) ने कहा था कि केपी शर्मा ओली हर मोर्चे पर असफल रहे हैं और उन्हें नेपाल के प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. हालांकि ओली ने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया और पार्टी में उन्हें लेकर अंदरूनी कलह जारी है. उनके इनकार के बाद प्रचंड ने कम्युनिस्ट पार्टी के बंटवारे को लेकर भी चेतावनी दी.
प्रचंड ने यह भी कहा है कि सरकार और पार्टी के बीच समन्वय का अभाव है तथा वह एनसीपी द्वारा ‘‘एक व्यक्ति एक पद की नीति’’ का पालन करने पर जोर दे रहे है. ओली सरकार जिस तरीके से कोविड-19 संकट से निपट रही है वह दोनों नेताओं के बीच मतभेद का एक मुख्य मुद्दा है. उल्लेखनीय है कि देश में कोविड-19 की स्थिति की निगरानी के लिये एक सर्वदलीय समिति गठित करने के प्रचंड की सलाह को को ओली अनसुना कर रहे हैं.
बता दें पुष्प कमल दहल प्रचंड दो बार नेपाल के प्रधानमंत्री रह चुके हैं. दहल यहां तक कह चुके हैं कि ओली के चलते पद त्यागना एक राजनेता के तौर पर उनकी सबसे बड़ी गलती थी.
First published: June 28, 2020, 9:19 PM IST